पंजाब कांग्रेस दो फाड़ की दहलीज पर, सीएम परिवर्तन से बढ़ी दूरियां।

मीडिया ग्रुप, 22 सितंबर, 2021

पंजाब सरकार में फेरबदल के बाद पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस हाईकमान के खिलाफ जमकर गुस्सा फोड़ा है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू सीएम न बने इसके लिए वह कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं।

कैप्टन का कहना है कि आगामी विधान सभा चुनाव में वह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारेंगे। उन्होंने कहा कि सिद्धू को किसी भी हाल में मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे क्योंकि वह देश के लिए बड़ा खतरा है। कैप्टन ने राहुल और प्रियंका गांधी को अनुभवहीन बताते हुए कहा कि उनके सलाहकार स्पष्ट रूप से उन्हें गुमराह कर रहे  हैं।

दरअसल पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम बनने के बाद ही कैप्टन के अगले दांव पर सबकी नजर थी। कैप्टन ने चन्नी के शपथग्रहण समारोह में शामिल न होकर साफ तौर पर जाहिर करा दिया था कि वह हाईकमान के फैसले से अभी भी नाराज हैं। आपको बता दें की यह जानकारी कैप्टन अमरिंदर सिंह के दफ्तर की ओर से दी गई है।

इसी के साथ अमरिंदर सिंह के कार्यालय के मुताबिक, कैप्टन ने खुलासा किया कि उन्होंने 3 हफ्ते पहले सोनिया गांधी को इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा था। अगर उन्होंने मुझे फोन किया होता और मुझे पद छोड़ने के लिए कहा होता, तो भी मैं ऐसा ही करता। उन्होंने कहा कि एक सैनिक के रूप में मुझे पता है कि मुझे अपना काम कैसे करना है।

अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह अपने राजनीतिक विकल्पों को खुला रखे हुए हैं और भविष्य का कदम तय करने से पहले अपने मित्रों से चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा,’आप 40 साल की उम्र में बुजुर्ग हो सकते हैं और 80 साल की उम्र में युवा।’ सिंह ने साफ किया कि वह अपनी उम्र को बाधा नहीं मानते हैं।

अब सवाल यह बन जाता है कि क्या कैप्टन कांग्रेस पार्टी में ही रहेंगे? क्या नई पार्टी बनाएंगे? या फिर क्या भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे? यह बड़ा सवाल बना हुआ है।