केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शह के नाम से तीन विधायकों को मंत्री बनाने का ऑफर देकर करोड़ों रुपये मांगने के मामले में मुख्य आरोपी की पुलिस को तलाश है। पुलिस की एक टीम दिल्ली में डेरा जमाए है और संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। आरोपी पिछले साल नासिक में एक विधायक से प्रधानमंत्री कार्यालय का सचिव बताकर फोन पर रंगदारी मांगने के आरोप में जेल जा चुका है।
रुद्रपुर के विधायक शिव अरोरा के सहयोगी ने कोतवाली में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कराया था। कहना था कि बीते 13 फरवरी को विधायक के नंबर पर एक युवक ने काॅल कर खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र जय शाह के रूप में अपना परिचय देते हुए 14 मिनट 22 सेकेंड बात की थी। उसने मंत्री बनाने का ऑफर देते हएु तीन करोड़ रुपये की मांग की थी। दिल्ली में तीन करोड़ की व्यवस्था करने की बात कही थी। इस नंबर से विधायक के नंबर पर पांच बार कॉल की गई थी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था।
एसएसपी के निर्देश पर एसओजी और कोतवाली पुलिस ने अज्ञात नंबर की डिटेल के आधार पर उवैश अहमद को चिह्नित किया था। मंगलवार को उवैश को ब्लाॅक रोड रुद्रपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उवैश ने पूछताछ में अपने दोस्तों गौरव और प्रियांशु का नाम बताया। हरिद्वार के रानीपुर और नैनीताल विधायक को भी तीनों की ओर से फोन किए गए थे और वहां की पुलिस भी सक्रिय थी। इन लोगों ने मणिपुर और दिल्ली के विधायक को भी फोन किए थे।
मुख्य अभियुक्त गौरवनाथ की तलाश में टीम दिल्ली में है और उसे पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। गौरवनाथ ने पिछले साल नासिक में एक विधायक से रंगदारी के मांगने के मामले में जेल जा चुका है। पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड है।
-मणिकांत मिश्रा, एसएसपी।