भारी पड़ा टीचर्स को छात्रों की पिटाई करना, तीन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर।

मीडिया ग्रुप, 01 जुलाई, 2022

सिमरप्रित सिंह, आर्टिकल एडिटर

क्लास में मस्ती और हंगामा करने वाले छात्रों की पिटाई करना स्कूल शिक्षकों को महंगा पड़ गया। छात्रों की बर्बरता से पिटाई करने को लेकर शिक्षकों पर किशोर न्याय अधिनियम (Juvenile Justice Act) के तहत कार्रवाई की गई है। मामला महाराष्ट्र के पुणे शहर का है।

पुणे पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि पुणे शहर के एक निजी स्कूल में तीन शिक्षकों ने कक्षा में हंगामा करने के लिए कक्षा 10वीं के तीन छात्रों को कथित तौर पर पीटा था। शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू की थी। अधिकारी ने कहा कि तीन छात्रों में से एक के पिता द्वारा समर्थ पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत पर किशोर न्याय अधिनियम के तहत शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पुणे पुलिस की ओर से दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, शिक्षकों में से एक ने 28 जुलाई को स्कूल में तीन छात्रों को उनकी कक्षा में पीटा था। उनके द्वारा छात्रों को पहले स्टाफ रूम में ले जाया गया, जहां शिक्षक और उनके दो सहयोगियों ने मिलकर छात्रों की पिटाई की। इतना ही नहीं, आरोपों के अनुसार, शिक्षकों ने छात्रों को धमकी भी दी कि उन्हें आंतरिक परीक्षा में अंक भी कम दिए जाएंगे।

पुणे पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि छात्रों ने घर जाने के बाद अपने माता-पिता को पिटाई के बारे में बताया, जिसके बाद शिकायत दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि पुणे के ससून जनरल अस्पताल में छात्रों की चिकित्सकीय जांच की गई। शिक्षकों पर किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।