देहरादून। नैनीताल उधम सिंह नगर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अजय भट्ट ने कांग्रेस के प्रत्याशी प्रकाश जोशी को हराते हुए 2,00,000 से ज्यादा मतों से जीत हासिल की.
कभी बेची चाय और आज दिग्गज नेताओं में नाम शामिल
बता दें कि अजय भट्ट का प्रारंभिक जीवन आसान नहीं था। कभी उन्होंने चाय बेची लेकिन आज अपनी मेहनत के दम पर वो उत्तराखंड के साथ ही देश के दिग्गज नेताओं में शुमार है।
अजय भट्ट का जन्म अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में हुआ। बचपन में ही उनके पिता का निधन हो गया। जिस कारण उन पर पारिवारिक जिम्मेदारी आ गई। घर चलाने के लिए कभी उन्होंने चाय बेची तो कभी सब्जी बेची। लेकिन अपने जीवन में हार नहीं मानी। उनकी समाजसेवा का जज्बा उन्हें राजनीति में ले आया।
जब सीएम बनते-बनते रह गए थे भट्ट
साल 1985 में वे भाजयुमो से जुड़े और उत्तराखंड राज्य आंदोलन में भी सक्रिय रहे। इसके बाद 1996 में वो विधायक बने और 1996 से 2007 तक वे विधायक रहे। इसके बाद वो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने इसके साथ ही नेत प्रतिपक्ष भी रहे। साल 2017 में उनके सीएम बनने की पूरी संभावना थी लेकिन तभी वो चुनाव हार गए और इस से चूक गए।
लेकिन उनकी संगठन में सक्रियता और जनता पर पकड़ को देखते हुए पार्टी ने उन्हें एक और मौका दिया और साल 2019 में लोकसभा का टिकट दिया। अजय भट्ट ने दिग्गज नेता हरीश रावत को ना सिर्फ हराया बल्कि रिकॉर्ड 33,9096 मतों से हराया और सांसद बने। जिसके बाद सात जुलाई 2021 को उन्हें पर्यटन और रक्षा राज्य मंत्री का दायित्व दिया गया। एक बार फिर से उन्होंने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है।