रुद्रपुर। स्मार्ट मीटर को लेकर चल रहे अभियान के तहत सोमवार को महापौर विकास शर्मा ने नगर निगम कार्यालय और अपने निजी कार्यालय में स्मार्ट मीटर लगवाया। इस दौरान उन्होंने लोगों से भी स्मार्ट मीटर अपनाने की अपील की।
नगर निगम में नगर आयुक्त नरेश दुर्गा पाल और विद्युत विभाग की टीम की उपस्थिति में पुराने मीटर बदले गए। इस मौके पर विभाग ने महापौर को सम्मानित किया और स्मार्ट मीटर के फायदे बताए।
महापौर ने कहा कि विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम के विपरीत, स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के हित में हैं। यह प्रीपेड मीटर नहीं है, और इससे न केवल बिजली की बचत होगी, बल्कि बिलिंग में गड़बड़ी भी रोकी जा सकेगी। उपभोक्ता अपनी खपत पर खुद नजर रख सकेंगे।
विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता शेखर चंद्र त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि स्मार्ट मीटर के बदले उपभोक्ताओं से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा और बिल भी पूर्व की तरह ही आएगा।
इस अवसर पर उपनगर आयुक्त शिप्रा जोशी पांडे, सहायक नगर आयुक्त राजू नबियाल, अधिशासी अभियंता केके पंत, SDO अंशुल मदान, JE पारुल चौधरी समेत कई अधिकारी व भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे।
हालांकि, शहर में कई लोगों ने स्मार्ट मीटर का विरोध किया है। उनका कहना है कि यह वास्तव में प्रीपेड मीटर है, जिससे उपभोक्ताओं को अधिक भुगतान करना पड़ेगा और अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कई लोगों का मानना है कि मीटर लगाने से पहले सरकार को जनता को पूरी जानकारी देनी चाहिए और उनकी सहमति लेनी चाहिए। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर के कारण बिजली बिलों में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे आम उपभोक्ता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा।