माघ महोत्सव में उत्तराखंड की लोकसंस्कृति का रंगारंग प्रदर्शन, लोक गायकों ने बांधा समां

रुद्रपुर। हिमाद्री जन सेवा समिति के बैनर तले आयोजित “हमारी संस्कृति, हमारी धरोहर” कार्यक्रम में उत्तराखंड की लोकसंस्कृति की शानदार झलक देखने को मिली। रविवार को काशीपुर रोड स्थित सामिया लेक सिटी में हुए इस एक दिवसीय आयोजन में लोक कलाकारों ने अपनी सुरमयी आवाज और नृत्य प्रस्तुतियों से माहौल को उल्लासमय बना दिया। हजारों की संख्या में मौजूद दर्शकों ने लोकगायकों और छोलिया नृत्य कलाकारों की प्रस्तुतियों का भरपूर आनंद उठाया।

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध लोकगायक गजेंद्र राणा रहे, जिन्होंने अपने सुपरहिट गीत “बबली तेरो मोबाइल” और “फुर्की बांध” से समां बांध दिया। उनके अलावा माया उपाध्याय, मोहन चंद जोशी, जितेंद्र तोमक्याल और पुरान दानू ने कुमाऊंनी और गढ़वाली गीतों पर प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं, छोलिया नृत्य के कलाकारों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों – ढोल, दमाऊ, रणसिंघा, मसक बीन के सुरों ने आयोजन को और भी भव्य बना दिया।

कार्यक्रम में आचार्य प्रमोद कृष्णम (संभल क्षेत्र, यूपी), रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा, नगर निगम मेयर विकास शर्मा, नैनीताल-उधमसिंह नगर के सांसद अजय भट्ट सहित कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। प्रो. सतपाल, आनंद सिंह जीना, आर. पी. शर्मा, के. एल. शाह, दीवान सिंह चौहान, खड़क सिंह कार्की, सीएमओ मनोज कुमार भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पहुंचे।

कार्यक्रम संयोजक डॉ. कुंदन सिंह राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा, “उत्तराखंड की लोकसंस्कृति, सभ्यता और पारंपरिक लोकगीत हमारी धरोहर हैं, जिन्हें संजोकर रखना हम सभी का कर्तव्य है। माघ महोत्सव के माध्यम से हम अपनी जड़ों को न केवल पहचानने बल्कि आने वाली पीढ़ी तक इसे पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। यह आयोजन हमारी समृद्ध परंपराओं को सहेजने और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”