मीडिया ग्रुप, 18 अक्टूबर, 2021
सितारगंज। किसानों की तैयार धान की फसल जलभराव से प्रभावित है। मंडी में ही हजारों कुंतल धान भीग गया और काफी धान पानी मे बह भी गया। सहकारी क्रय विक्रय समिति में धान की खरीद न होने से भड़के किसानों ने मंडी में जाकर विरोध जताया।
किसान उप जिलाधिकारी से भी मिले। उनका कहना था कि समिति ने समय पर धान की खरीद की होती तो उनका धान खराब नहीं होता। एसडीएम ने जिलाधिकारी से वार्ता का आश्वासन दिया। रविवार की सायं से क्षेत्र में हो रही वर्षा से नगर के खटीमा रोड, जेल कैम्प रोड व किच्छा रोड पर व्यापक जलभराव हुआ है।
उप जिलाधिकारी कार्यालय व तहसील परिसर भी जलमग्न हो गये। वहीं किसानों ने बताया कि क्षेत्र में मटर की बुआई चल रही है। वर्षा होने से मटर की फसल भी खराब हो रही है। सरसों की बोई जा रही फसल को भी नुकसान हुआ है। मंडी में रखा आढ़तियों व किसानों का काफी धान बारिश से भीग गया व पानी में बहने लगा। मंडी में वर्तमान में हजारों कुंतल धान पड़ा हैं।
वहीं आढ़तियों ने बताया कि उनका कई सौ कुंतल धान बारिश से खराब हो गया। बताया कि कई सौ कुंतल धान का मंडी शुल्क भी जमा कर दिया था। इधर खुनसरा निवासी राजेश कुमार पुत्र ढाकन लाल का भी सौ कुंतल धान बारिश से भीग गया।
धान भीगने से भड़के किसानों का आरोप था कि सहकारी क्रय विक्रय समिति में धान की खरीद न होने से उनका धान पड़ा रह गया। यदि समिति समय पर धान खरीद लेती तो किसानों का नुकसान नहीं होता। इसी से क्षुब्ध किसानों ने मंडी में प्रदर्शन किया। वे सहायक निबंधक सहकारी समितियां के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
बाद में किसान उप जिलाधिकारी तुषार सैनी से मिले व एआर की शिकायत की। किसानों का कहना था कि एआर व व्यापारियों की मिलीभगत का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा हैं। एसडीएम ने जिलाधिकारी से वार्ता का आश्वासन दिया। एसडीएम से मिलने वाले किसानों में गुरसाहब सिंह, करमजीत सिंह, हरप्रीत हैप्पी, रईस अहमद, जहीर अहमद, रणधीर सिंह बल, शमशेर सिंह विर्क, जसपाल सिंह, दिलबाग सिंह, ज्ञान सिंह संधू आदि रहे।