कोयला कमी से बिजली संकट, कई राज्यों की बिगड़ते हालात पर केंद्र को चेतावनी, नागरिकों को बिजली खपत में सावधानी की अपील, बिजली कटौती शुरू।
मीडिया ग्रुप, 12 अक्टूबर, 2021
दिल्ली, पंजाब, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक की सरकारों ने केंद्र को बिगड़ते हालात पर दी चेतावनी। केरल, महाराष्ट्र की नागरिकों से बिजली खपत में सावधानी की अपील।
देश की कई बिजली कंपनियों के सामने कोयले के स्टॉक का संकट खड़ा हो गया है। इसकी वजह से देश के कई राज्यों में बिजली संकट की स्थिति पैदा होने की बात कही जा रही है। हालांकि, इस मसले पर कुछ राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के दावे में काफी अंतर है। सवाल है कि अगले महीने की शुरुआत में दिवाली का त्योहार आ रहा है। ऐसे में एक चिंता यह है कि कहीं इस साल दिवाली अंधेरे में ही तो नहीं गुजरेगी।
बिजली संकट का खतरा मंडरा रहा है ऊपर से हर साल अक्टूबर के बाद से बिजली की मांग बढ़ने ही लगती है। दिल्ली, पंजाब, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक की सरकारों ने केंद्र को बिगड़ते हालात पर चेतावनी दे दी है। यही नहीं केरल, महाराष्ट्र ने तो नागरिकों से अपील की है कि वो बिजली की सावधानी से खपत करें।
सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी की 7 अक्टूबर की रिपोर्ट के मुताबिक देश के 135 में से 110 प्लांट कोयले के संकट का सामना कर रहे हैं और क्रिटिकल स्थिति में पहुंच गए हैं। 16 प्लांट के पास एक भी दिन का कोयला स्टॉक में नहीं है। तो 30 प्लांट के पास केवल 1 दिन का कोयला बचा है। इसी तरह 18 प्लांट के पास केवल 2 दिन का कोयला बचा है।
यानी स्थिति बेहद गंभीर हैं। इसमें हरियाणा और महाराष्ट्र के 3 प्लांट ऐसे हैं, जहां स्टॉक में एक भी दिन का कोयला नहीं है। इसी तरह पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, बिहार में एक-एक प्लांट ऐसे हैं, जहां एक दिन का स्टॉक बचा हुआ है। वहीं, पश्चिम बंगाल के 2 प्लांट में ऐसी स्थिति है। केरल और महाराष्ट्र ने तो नागरिकों से अपील की है कि वह बिजली को सावधानी के साथ खर्च करें।
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा है कि हम अचानक देश के पॉवर प्लांट में कोयला आपूर्ति के संकट की बात सुन रहे हैं, क्या एक खास निजी कंपनी इस संकट का फायदा उठा रही है। इसकी जांच कौन करेगा। इसके बाद कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर कहा, “पेट्रोल के बाद जेब पर गिरेगी बिजली की कीमत। कोयले की आपूर्ति में भारी किल्लत कर दी है। साथ ही, बिजली नीति संशोधित कर दी। संशोधन के बाद साहेब और ‘उनके मित्र’ मनमर्जी रुपये/ यूनिट बिजली बेचेंगे।
बेकाबू होते हालात-
सबसे पहले यूपी का हाल जानते हैं। रिपोर्ट्स यह है कि कोयले की कमी से यूपी में बिजली का संकट बढ़ा है। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों में बिजली की कटौती हो रही है। कागजों में तो 4 से 5 घंटे की कटौती हो रही है, लेकिन असल में कटौती कहीं ज्यादा है। बता दें कि यूपी में मौजूदा मांग के मुकाबले बिजली की आपूर्ति में 3000 से 4000 हजार मेगावॉट बिजली की कमी आई है।
मध्य प्रदेश भी बिजली संकट का सामना कर रहा है। शिवराज कैबिनेट के ऊर्जा मंत्री प्रधुमन सिंह तोमर ने चिंता जाहिर की है। ऊर्जा मंत्री से जब बिजली समस्या के बारे में पूछा गया तो, उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि चीन में भी कोयला नहीं है। वह भी बिजली संकट से जूझ रहा है।
राजस्थान में भी कोयला की भारी कमी बताई जा रही हैं। राजस्थान में भी कोयला की कमी के चलते बिजली संकट पैदा हो रहा है।