उत्तराखंड : भाजपा तीन बार मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी नहीं संभाल सकी अपना कुनबा, कद्दावर नेता हरकसिंह रावत भाजपा से बर्खास्त, कांग्रेस में होंगे शामिल।

मीडिया ग्रुप, 18 जनवरी, 2022

देहरादनू। भाजपा तीन बार मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी अपना कुनबा नहीं संभाल सकी है। पूर्व में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य द्वारा कांग्रेस में शामिल हो गये थे अब कद्दावर नेता हरकसिंह रावत को भाजपा से बर्खास्त किया गया है। चर्चा है कि वह जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे।

विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। उत्तराखंड के चर्चित कद्दावर नेता हरक सिंह रावत भाजपा से बर्खास्त होने के बाद मीडिया के सामने आए तो रो पड़े। इतना ही नहीं हरक सिंह रावत न भाजपा सरकार तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह दोबारा भाजपा में नहीं लौटेंगे।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कोई विकास नहीं हुआ है। सड़क और आलवैदर रोड के नाम पर हम कब तक राजनीतिक रोटी सेकते रहेगे। इससे रोजगार नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया था।

हरक ने खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने केदार बाबा की कसम खाई थी भाजपा का साथ नहीं छोड़ेगे। उनकी और अमित शाह के साथ बातचीत में दोस्ती का वादा किया था। हरक सिंह रावत की बगावत को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। चुनाव से ठीक पहले हरक सिंह रावत अपनी बहू के लिए लैंसडौन से टिकट मांग रहे थे। साथ ही अपने लिए भी चार विकल्प मांगना भारी पड़ गया है। हांलाकि अब कांगेस में उनके लिये दरवाजे खुले है जिससे हरक की राजनीतिक कैरियर को नई जमीन मिल सकती है।

एक न्यूज चैनल के समक्ष दिये बयान में डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि भाजपा ने उनको अपमानित करने काम किया है। पिछले पांच वर्ष में वह मेडिकल कालेज तक नहीं बनवा पाये। चुनाव लड़ने का स्वतंत्र अवसर मिलना चाहिये। सोशल मीडिया पर अफवाहों के आधार पर झूठ फैलाया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा कहीं दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है।

कांग्रेस की सरकार आने वाली है। हरक सिंह रावत ने कहा कि भाजपा ने फैसला लेने से पहले उनसे बात तक नहीं की। हरक ने कहा कि अगर वो कोई पार्टी ज्वाइन करेंगे, तो वो कांग्रेस होगी कांग्रेस के लिए बिना शर्त के काम करेंगे। हरक ने बताया कि कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह से उनकी कई बार बातचीत हुई इसकी जानकारी सभी को है।

हरक सिंह रावत ने पार्टी के फैसले पर पलटवार करते हुए कहा कि उनसे बात किए बगैर यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि टिकट मांगना क्या गलत है? कौन पिता नहीं होगा, जो यह नहीं चाहेगा कि उनके बच्चे आगे बढ़ें? उन्होंने कहा कि अब वो कांग्रेस को जिताने के लिए काम करेंगे। उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर सियासी तूफान खड़ा हो गया हैं।

रविवार देर सायं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा एक्शन लेते हुए हरक सिंह रावत को मंत्रीमंत्रडल से बर्खास्त कर दिया है। विधानसभा चुनाव से पूर्व यशपाल आर्य के बाद भाजपा के एक और मंत्री की बगावत से भाजपा में भूचाल आ गया है। वर्ष 2016 में हरीश रावत की सरकार से बगावत कर भाजपा में शामिल होने के बाद एक बार फिर बताया जा रहा है कि हरक सिंह रावत सहित कई अन्य नेताओं ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है।

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अब कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि पूर्व सीएम हरीश रावत और गणेश गोदियाल, हरक सिंह रावत देहरादून पहुंच सकते है। गौरतलब है कि हरक और हरदा के बीच अब नये विधानसभा चुनाव में सियासी विरोध् की आग बुझ गई है। हरदा की वेट एंड वाच की रणनीति बनाने में कामयाब हो गये है।