ऊधमसिंह नगर : किसान जमीन बेचना चाहे तो वह रात के अंधेरे में भी बिक जायेगी, लेकिन उसमें पैदा होने वाली फसल नहीं बिकती- राकेश टिकैत।

मीडिया ग्रुप, 01 जनवरी, 2022

काशीपुर। मुरादाबाद रोड स्थित एक कारोबारी के यहां पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यहां पर गन्ने का एक बड़ा मामला है, शुगर फैक्ट्रिया बंद है। जसपुर से लेकर आगे तक कोई गन्ने का हिसाब-किताब नहीं है। लोग सस्ते में गन्ना बेच रहे हैं। गन्ना किसानों को अब तक उनका भुगतान नहीं मिल सका।

उन्होंने कहा कि एमएसपी पर सामान नहीं विकता, लोग सस्ते में उसको बेचते हैं। किसान नेता ने कहा कि अगर किसान जमीन बेचना चाहे तो वह रात के अंधेरे में भी बिक जायेगी, लेकिन उसमें पैदा होने वाली फसल नहीं बिकती।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बिजली व खाद्य की समस्याएं है। पहाड़ के किसानों को सर्वाधिक दिक्कत है वहां सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। पानी का सिस्टम नहीं है। लोग धीरे-धीरे पलायन कर रहे हैं। सरकार के पास पर्वतीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए कोई पाॅलिसी नहीं है। इंटरनेशनल बाॅर्डर से पहाड़ खाली हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक शांत प्रदेश है लेकिन यहां राजनैतिक दल आपस के झगड़े करवाने की फिराक में रहते हैं। उन्होंने कहा कि 24 करोड़ लोगों को आप कहां ले जाना चाहते हो, उन्होंने कहा कि धर्मनगरी में विवादास्पद बयानवाजी शर्मनाक है।

उन्होंने कहा कि किसान के बच्चों को भी आगे बढ़ने का अधिकार है। कहा कि जरूरत पड़ी तो उत्तराखण्ड में भी किसान संगठन व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए आंदोलन चलायेंगे। उन्होंने कहा कि सड़क से आवाज आती रहेगी तो पारलियामेंट और विधानसभा सही चलेगी। सड़क कमजोर हो जायेगी तो वहां पर आवाज उठना बंद हो जायेगी।

भारतीय किसानों को और किसान संगठनों को सड़क की राजनीति करनी चाहिए। अंत में उन्होंने कहा कि बंद होते कलकारखानों की सही जानकारी किसानों को मिलनी चाहिए और किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की सम्पत्ति लूटने का जो काम चल रहा है अब उस पर विराम लगने का समय आ गया। इस दौरान दर्जनों अन्य किसान नेता भी मौजूद रहे।