महंगाई डायन (पार्ट-2) उपचुनावों में करारी हार के बाद सरकार को हुई महंगाई की चिंता, पैट्रोल 5 रुपये व डीजल 10 रुपये की कमी।
अक्टूबर महीने में करीब 25 दिन पैट्रोलियम पदार्थों के दामों में हुई वृद्धि।
मीडिया ग्रुप, 03 अक्टूबर, 2021
लेखक- गुरबाज सिंह, विधि संपादक मीडिया ग्रुप
बीते कुछ दिनों से पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी से आम जनता की जेब पर भारी असर पड़ा है। जनता महंगाई की मार से बुरी तरह से त्रस्त है जिसका खामियाजा सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को उठाना भी पड़ा है।
हाल ही में देश की तीन लोकसभा और 14 राज्यों की 30 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों पर भी महंगाई के असर की बातें कहीं जा रही हैं। इस उपचुनाव में हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा था। उसके हाथ से मंडी लोकसभा फिसलकर कांग्रेस के पास चली गई है। साथ ही यहां उसे तीन विधानसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। हिमाचल प्रदेश उपचुनाव में करारी हार के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी हार का ठीकरा केंद्र सरकार पर ही फोड़ा था। जयराम ने कहा था कि बढ़ती महंगाई के चलते प्रदेश में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है।
पेट्रोल-डीजल की महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को दिवाली से पहले थोड़ी राहत मिली है। दिवाली की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने का ऐलान किया है।
पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क कल से (गुरुवार) 5 रुपये और 10 रुपये कम हो जाएगा। डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कमी पेट्रोल की तुलना में दोगुनी होगी। बताया जा रहा है कि राज्यों ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने का आग्रह किया है।
अक्टूबर में 25 दिन दाम में हुई वृद्धि-
पेट्रोल की कीमत में लगातार सात दिन 35 पैसे प्रति लीटर की महंगाई के बाद बुधवार को भाव में स्थिरता आई थी। वहीं, डीजल (Diesel) के भाव में लगातार दूसरे दिन कोई तब्दीली नहीं हुई। तेल के दामों में 24 सितंबर से ही बढ़ोतरी शुरू हो गई थी। अक्टूबर में पेट्रोल के दामों में करीब 25 दिन बढ़ोतरी हुई थी। अब एक्साइज ड्यूटी में छूट के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 105.04 रुपये, जबकि डीजल 88.42 रुपये हो सकती है। वहींं, मुंबई की बात करें तो वहां पेट्रोल 110.85 और डीजल 96.02 रुपये मिल सकता है।