मीडिया ग्रुप, 25 सितंबर, 2021
रुद्रपुर। चार श्रम कानूनों के खिलाफ जिले में मजदूरों ने काला दिवस मनाते हुये सिडकुल की कंपनियों में बृहस्पतिवार को श्रमिकों ने काले फीते बांधकर लेबर कोड व कृषि कानूनों के खिलाफ बैच लगाकर विरोध प्रकट किया।
इंटरार्क कंपनी से लेकर उपश्रमायुक्त कार्यालय तक श्रमिक संयुक्त मोर्चा के बैनर तले विशाल रैली निकाली गई। इसके बाद उपश्रमायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम नौ सूत्री मांगों का ज्ञापन भेजा गया।
उपश्रमायुक्त कार्यालय पहुंचकर श्रमिक नेताओं व किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया। कहा कि श्रम कानून बनने से स्थाई रोजगार की जगह फिक्स टर्म करने, मनमाने काम के घंटे बढ़ाने, यूनियन और हड़ताल के वैधानिक अधिकारों पर अंकुश लगाने व श्रम न्यायालय के अधिकारों को ध्वस्त करने सहित तमाम मजदूर विरोधी प्रावधान शामिल हैं।
श्रमिक संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि श्रमिक समस्याओं पर श्रम विभाग का यही उपेक्षार्पू्ण रुख बना रहा और श्रमिकों को न्याय नहीं मिला तो मोर्चा के नेतृत्व में आंदोलन तेज किया जाएगा।
इस दौरान अध्यक्ष दिनेश तिवारी, महासचिव मोहन लखेड़ा, तजेंदर सिंह विर्क, नंदलाल, दीपक सनवाल, सुरेश पाल, प्रकाश मेहरा, कमलेश सिंह, गोविंद सिंह आदि थे।
पंतनगर में मजूदरों द्वारा इन कानूनों का विरोध किया गया। यहां इंकलाबी मजदूर केंद्र, ठेका मजदूर कल्याण समिति व प्रगतिशील महिला एकता केंद्र ने टा कालोनी मैदान से मजदूर बस्तियों में होते हुए शहीद स्मारक तक जुलूस निकाला और सभा में मजदूर विरोधी कानून रद्द करने की मांग की।
इस दौरान मीना, सोना, राजकली, पूजा, तलाशी, लक्ष्मी, राशिद, मनोज कुमार, रमेश कुमार, अभिलाख सिंह सहित आदि मौजूद रहे।
काशीपुर में इंकलाबी मजदूर केंद्र और प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर सीएम को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन देने वालो में खिमानन्द, सुरेश, समन, संजय, सोहन लाल आदि मौजूद थे।
जसपुर में भी मजदूर संगठनों ने प्रदर्शन कर सीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीम को सौंपा। इस दौरान ज्ञापन देने वालों में सुंदर पाल सिंह, प्रेम सहोता, जागीर सिंह आदि शामिल रहे।