उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले में तराई केंद्रीय वन प्रभाग के पीपलपड़ाव रेंज के जंगल में लकड़ी तस्करों और वनकर्मियों के बीच मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से चलीं 30 राउंड से अधिक फायर से गोलियों की तड़तड़ाहट से जंगल गूंज उठा। फायरिंग में रेंजर सहित चार वनकर्मी छर्रे लगने से घायल हो गए। तीन वनकर्मियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वन विभाग के अधिकारियों के साथ ही एसपी सिटी मनोज कत्याल, पंतनगर एसएचओ मनोज रतूड़ी भी अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
शुक्रवार दोपहर बाइक सवार तस्कर सागौन का पेड़ काटने के लिए पीपलपड़ाव रेंज के जंगल में घुस गए। वनकर्मियों की सूचना पर रेंजर रूप नारायण अपनी टीम के साथ मौके के लिए रवाना हुए। रेंजर ने बताया कि गदरपुर एसओ और गूलरभोज चौकी प्रभारी को सूचना देने के बाद वे टीम के साथ प्लॉट संख्या 112-113 में पहुंचे थे।
यहां फायर लाइन पर 12 से अधिक तस्कर बैठे थे। पहले तो तस्कर टीम को देखते ही भागने लगे फिर आगे जाकर असलहों से फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में वन कर्मियों ने भी हवाई फायरिंग की गई। रेंजर के अनुसार तस्करों ने शुरू में तो हवाई फायरिंग की लेकिन बाद में वह निशाना बनाकर गोली चलाने लगे। रेंजर के पेट में छर्रे लगे हैं जबकि वन दरोगा हीरा, वन आरक्षी शुभम और कमल भी घायल हैं। मौके से तस्करों की बाइक, दो आरी और सागौन का आधा काटा पेड़ बरामद हुआ है।
इधर फायरिंग की सूचना मिलने से वन विभाग हरकत में आ गया और आनन-फानन रेंजर और वनकर्मियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। सूचना पर डीएफओ यूसी तिवारी के साथ ही विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घायलों से जानकारी ली।
तस्करों की फायरिंग में घायल रेंजर सहित तीन कर्मियों का हाल पूछने के साथ ही घटना के संबंध में जानकारी की गई है। एक आरोपी का नाम प्रकाश में आया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम दबिश दे रही है। इसके साथ ही पुलिस टीम को कांबिंग के लिए भेजा गया है।
– मनोज कत्याल, एसपी सिटी
तस्करों को चिह्नित करने की कार्रवाई की जा रही है और उनके खिलाफ पुलिस को तहरीर दी जाएगी।
– यूसी तिवारी, डीएफओ