मीडिया ग्रुप, 28 अक्टूबर, 2021
इन दिनों डेंगू के मरीजों की तादाद में तेजी से वृद्धि हो रही है। बता दें डेंगू बुखार मादा एडीज इजिप्टी मच्छरों के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां और पैर पर सफेद निशान होते हैं। डेंगू बुखार से पीड़ित मरीजों के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उसका खून चूसता है, खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर में चला जाता है। जब यह मच्छर किसी दूसरे व्यक्ति को काटता है तो वह डेंगू से संक्रमित हो जाता है।
डेंगू मच्छर के काटे जाने पर सामान्य तौर पर तीन से चार दिनों में लक्षण सामने आते हैं। यदि सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो व्यक्ति मौत का शिकार भी हो सकता है। क्योंकि इस दौरान प्लेटलेट्स तेजी से गिरती हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक डेंगू बुखार तीन तरह का होता है। पहला सामान्य या क्लासिकल बुखार, दूसरा डेंगू हैमरेजिक बुखार (DHF) और तीसरा डेंगू शॉक सिंड्रोम फीवर (DSS)। साधारण डेंगू बुखार अपने आप पांच से सात दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन यदि DHF या DSS से पीड़ित मरीजों का सही समय पर इलाज ना किया जाए तो वह अपनी जान भी गंवा सकते हैं।
ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं कि किस समय डेंगू मच्छर ज्यादा काटते हैं और इसके लक्षण व सावधानियां।
एडिज नाम का ये मच्छर इंसान पर दिन के समय या किसी लाइट वाले स्थान पर ज्यादा हमला करता है। कई अध्ययनों के मुताबिक डेंगू मच्छर सूर्योदय से 2 घंटे पहले और सूर्यास्त से कुछ देर पहले ज्यादा काटते हैं। हालांकि रात के समय भी डेंगू मच्छर एक्टिव रहते हैं, खासकर उन स्थानों पर जहां अच्छी रोशनी या लाइट रहती है।
डेंगू मच्छरों के काटने का खतरा पार्क, गार्डन, स्टेडियम, मॉल, ऑफिस आदि जगहों पर ज्यादा होता है। क्योंकि इन स्थानों पर या तो गंदगी होती है या फिर आर्टिफिशियल लाइटें लगी होती हैं। ऐसे में इस दौरान इन जगहों पर जाने से बचें, यदि किसी कारणवश आपको जाना पड़ता है तो फुल कपड़े पहनकर घर से निकलें।
डेंगू के लक्षण
विशेषज्ञों के मुताबिक एडीज इजिप्ट मच्छर ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ सकता इसलिए ये एड़ी और पैर में ज्यादा काटते हैं। मच्छर के काटने के बाद तीन से चार दिनों में इसके लक्षण सामने आते हैं।
इस दौरान संक्रमित व्यक्ति को तेज बुखार, पेट में अचानक ऐंठन या दर्द, सिर में तेज दर्द, मांसपेशियों और जोड़ो में तेज दर्द, उल्टी दस्त, गले में खराश, लिवर में सूजन और आंख के पिछले हिस्से में दर्द आदि लक्षण हो सकते हैं।
कई मामलों में रोगियों के त्वचा पर लाल चकत्ते या नाक और मुंह से खून आने की समस्या होती है। बता दें इस दौरान यदि समय पर इलाज ना कराया जाए तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
डेंगू से बचने के लिए बरतें ये सावधानियां
डेंगू मच्छर अक्सर सूर्योदय से दो घंटे पहले और सूर्यास्त से कुछ देर पहले काटते हैं। ऐसे में फुल बाजू के कपड़े पहनकर रखें तथा शरीर को कहीं से भी खुला ना रखें।
डेंगू मच्छर घर के आसपास जमा गंदे पानी में पनपते हैं। ऐसे में घर के आसपास या घर के अंदर कहीं भी पानी ना जमा होने दें, कूलर, टायर, गमले आदि में जमे पानी को तुरंत बाहर निकाल दें। तथा आसपास नालियों की सफाई और कूड़ा हटाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को सूचित करें।
कूलर में यदि पानी है तो इसमें कैरोसिन ऑयल यानि मिट्टी का तेल डालें, जिससे मच्छर पनप ना पाएं।
डेंगू के लक्षण दिखने पर सबसे पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें और ब्लड टेस्ट करवाएं।
इससे संक्रमित होने पर मरीज को लगातार पानी देते रहें ताकि उसकी प्लेटलेट्स ना गिरे। डेंगू का बुखार बिगड़ने पर जानलेवा हो सकता है। डेंगू का संदेह होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।