मीडिया ग्रुप, 28 अक्टूबर, 2021
उत्तराखंड के सभी सरकारी अस्पतालों में अब डायबिटीज (मधुमेह) और उच्च रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) की दवाईयां निशुल्क दी जाएंगी। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को प्रभावी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।
इसके अलावा नवंबर व दिसंबर में राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत एक लाख लोगों के निशुल्क मोतियाबिंद के ऑपरेशन और चश्मा वितरण का अभियान चलाया जाएगा।
बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा में अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य योजनाओं का समयबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाए। उन्होंने विभिन्न निर्माण कार्यों में हो रही लेटलतीफी और बजट खर्च करने की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
साथ ही स्वास्थ्य महानिदेशक को लापरवाही बरतने वाले अधिकारी कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। विभागीय मंत्री ने अस्पतालों में खाली पड़े एक्सरे व लैब टेक्नीशियनों के 240 पदों को एक माह के भीतर आउटसोर्स से भरने और एनएचएम के तहत चिकित्साधिकारी, नर्स, फर्मासिस्ट, काउंसलर, टैक्नीशियन व एएनएम के पदों को 10 नवंबर तक भरने के निर्देश दिए।
उन्होंने कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर वैक्सीन की शत प्रतिशत डोज लगाने के लिए आशा वर्करों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाने को कहा।
निर्माण कार्यों की रफ्तार धीमी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में 68 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई थी, जिसमें सिर्फ 17 करोड़ रुपये ही अब तक खर्च किए हैं। इसके अलावा आपदा मोचन निधि व अन्य केंद्रीय योजनाओं से स्वीकृत धनराशि को खर्च करने की रफ्तार धीमी है।
बैठक में एनएचएम मिशन निदेशक सोनिका ने बताया कि वर्ष 2021-22 में विभिन्न मदों में 872 करोड़ की राशि के सापेक्ष 530 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई थी, जिसमें से 163 करोड़ की धनराशि का उपयोग कर लिया गया है।
बैठक में मिशन निदेशक एनएचएम सोनिका, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.तृप्ति बहुगुणा, निदेशक एनएचएम डॉ.सरोज नैथानी, डॉ.विनीता शाह, वित्त नियंत्रक कविता नबियाल, खजान चंद पांडे सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।