रुद्रपुर। डॉल्फिन मजदूर संगठन व विभिन्न सामाजिक व अन्य मजदूर संगठनों द्वारा आज गांधी पार्क में आयोजित मजदूर पंचायत में श्रमिक नेताओं ने सिडकुल में नए न्यूनतम वेतनमान को लागू करने, उद्योगों में श्रमिकों का उत्पीड़न रोकने, बंधुआ मजदूरी रोकने, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव में काम करने, उद्योगों में न्यायालयों के आदेशों की अवहेलना आदि मुद्दों को जोरदार ढ़ंग से उठाते हुए शासन प्रशासन को आड़े हाथों लिया।
श्रमिक नेताओं ने कहा कि डॉल्फिन कम्पनी सहित सिडकुल की सभी कम्पनियों में शासन द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी का भुगतान कराया जाये, स्थाई मजदूरों को ठेकेदारी के तहत नियोजित करना बंद किया जाये, स्थाई मजदूरों से जबरदस्ती दिलवाये गये त्यागपत्रों को निरस्त किया जाये, निलम्बित मजदूरों सहित सभी मजदूरों की गेटबंदी समाप्त की जाये, स्थाई काम पर नियोजित सभी मजदूरों को स्थाई किया जायें, बोनस अधिनियम लागू कराया जाये, फर्जी मुकदमें निरस्त किये जायें तथा महिलाओं व मजदूरों द्वारा दी गई तहरीर पर कार्रवाई की जाये।
रोषित श्रमिक नेताओं ने कहा कि एक ओर अपनी न्यायोचित मोगों को लेकर श्रमिक निरंतर आन्दोलन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर अधिकारी उद्योगों के प्रबंधतंत्र से मिलकर श्रमिकों के खिलाफ साजिश रचने में लगे हुए हैं।ै जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उद्योगों के श्रमिकों के अधिकार लेकर ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को नियमानुसार बोनस व ओवर टाईम का भुगतान नहीं किया जाता है।
पंचायत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि यदि पुलिस द्वारा किसी भी श्रमिक को गिरफ्तार किया गया तो उसके विरोध में सभी मजदूर जेल भरो आन्दोलन के तहत सामूहिक गिरफ्तारी देंगे। साथ ही सामूहिक आन्दोलन शुरू करके निर्णायक कदम उठाने का निर्णय लिया गया।
इस दौरान भाई चारा एकता मंच के अध्यक्ष केपी गंगवार, श्रमिक संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष दिनेश तिवारी, इंटरार्क मजदूर संगठन महामंत्री सौरभ पटेल, लुकास टीवीएस मजदूर संघ महामंत्री बसंत गोस्वामी, भगवती इम्पलाईज यूनियन के लोकेश पाठक, मुकुल, आनन्द निशिकाबा इम्पलाईज यूनियन के कोषाध्यक्ष गंगा सिंह, भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष गणेश मेहरा, सहित अविलाक सिंह, महेंन्द्र कपूर, संजीव कुमार गुप्ता, स्वामी आधार श्रीवास्तव, देवीदास, अजीत, शिवदेव सिंह, हीरा राठौर, वंदना, सुब्रत विश्वास, रविन्द्र कुमार, हरेन्द्र सिंह, बॉबी पंवार, रामजीत सिंह, तेजेन्द्र सिंह विर्क, कैलाश भट्ट, ललित मटियाली, संजय आईस, लक्ष्मी, रजनी, ममता, विमला, रामबेटी, नीरज, प्रीती, पिंकी, कंचन, सीमा, सुनीता, सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े अनेक लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये। पंचायत में जनपद भर से आये विभिन्न मजदूर संगठनों के सैकड़ों श्रमिक मौजूद थे।