हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्राप्त : अमित श्रीवास्तव
मीडिया ग्रुप, 14 सितंबर, 2022
अमित श्रीवास्तव
हिंदी की लिपि “देवनागरी” है, जो कई अन्य भारतीय भाषाओं के लिए संयुक्त है। इसमें कोई संदेह होना चाहिए है कि चीनी भाषा के बाद हिंदी दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है।
भारत में रहने वाली एक बड़ी आबादी अपनी आम बोलचाल की भाषा के लिए हिंदी भाषा का उपयोग करती है। हिंदी भाषा की उत्पत्ति प्राचीन संस्कृत भाषा से हुई है और इसके अधिकांश शब्द संस्कृत से आए हैं।
हिंदी भाषा को समझने वालों की कुल संख्या लगभग 90 करोड़ है, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि वे अपनी आम बोलचाल की भाषा के लिए शुद्ध हिंदी भाषा का उपयोग करते हैं।
भारत में आज भी केंद्र में सभी सरकारी कार्यों में अंग्रेजी भाषा का प्रयोग किया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि आप हिंदी पढ़ और बोल नहीं सकते। आज भी पूरी दुनिया में लगभग 500 मिलियन लोग हिंदी बोलते हैं और अधिकतर लोगों का मानना है कि हिंदी भाषा का महत्व अधिक है, इसलिए हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा प्राप्त है।
लेकिन उनको यह जानकारी होनी चाहिए कि हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है ना की राष्ट्रभाषा का, भारत में कई जगहों पर हिंदी भाषा का प्रयोग नहीं करते हैं और कुछ लोग यह समझते हैं कि हिंदी भाषा का इस्तेमाल सिर्फ आम बोलचाल में ही है।
सोर्स – बादल गंगवार