रुद्रपुर। बैसाखी के पावन अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने ग्राम बिंदुखेड़ा स्थित गुरुद्वारा मेहर सिंह, गुरुद्वारा सिंह सभा बिंदुखेड़ा, आदर्श कॉलोनी स्थित रामगढ़िया गुरुद्वारा तथा गुरुद्वारा जगतपुरा में जाकर गुरू ग्रंथ साहिब के सम्मुख मत्था टेका और आमजन को बैसाखी की शुभकामनाएं दीं।
इस दौरान उन्होंने समस्त संगत के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। बिंदुखेड़ा गुरुद्वारा के पदाधिकारियों द्वारा उन्हें सरोपा भेंट कर सम्मानित भी किया गया।
पूर्व विधायक ठुकराल ने इस अवसर पर कहा कि बैसाखी पर्व वसंत ऋतु के आगमन और रबी की फसल के पककर तैयार होने का प्रतीक है। यह दिन सिर्फ किसानों के लिए नहीं, बल्कि सिख धर्म के अनुयायियों के लिए भी विशेष महत्व रखता है।
उन्होंने कहा कि इसी दिन सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। बैसाखी का पर्व धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है, जिसकी झलक हर घर और गुरुद्वारे में देखने को मिलती है।
ठुकराल ने गुरु गोविंद सिंह जी के संदेश को दोहराते हुए कहा कि उन्होंने समाज में व्याप्त ऊंच-नीच और भेदभाव को खत्म कर सभी को समान दृष्टि से देखने की प्रेरणा दी थी। यह पर्व हमें एकता, समरसता और भाईचारे का संदेश देता है।