रुद्रपुर। फर्जी अंक पत्र सहित प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी कर रहे सहायक अध्यापक को विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। जसपुर के अंगदपुर प्राइमरी में डीईओ के निरीक्षण में कक्षा में अध्यापक आराम फरमाते मिले तो विद्यालय में कई अनियमितताएं मिली। इस पर प्रभारी प्रधानाध्यापक और एक अध्यापक को निलंबित कर दिया गया है।
गदरपुर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय मिदनापुर में हेमराज सिंह की वर्ष 1994 में नियुक्ति हुई थी। उनके शैक्षिक प्रमाणपत्र की जांच उप रजिस्ट्रार, परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश इलाहाबाद से कराई गई। इसमें पता चला था कि बीटीसी अंकपत्र का अनुक्रमांक आवंटित नहीं हुआ है। हेमराज को वर्ष 2016 में साक्ष्य प्रस्तुत न किए जाने पर सेवा बर्खास्त किया गया था। इसके बाद हेमराज ने उच्च न्यायालय में रिट 2017 और 2019 में विशेष अपील निस्तारित की गई।
न्यायालय के आदेश के क्रम में बर्खास्तगी आदेश स्थगित किया गया। 2020 में हेमराज सिंह को आरोप पत्र प्रेषित कर जवाब मांगा गया। इसका जवाब न प्रस्तुत किए जाने पर सेवा बर्खास्तगी की गई। हेमराज के लोक सेवा अधिकरण उत्तराखंड खंडपीठ नैनीताल में क्लेम पेटीशन दायर किए जाने के परिणाम स्वरूप बर्खास्तगी आदेश पुनः स्थगित किया गया।
2023 में जांच अधिकारी उप शिक्षा अधिकारी गदरपुर ने कार्मिक के कूटरचित तरीके से फर्जी बीटीसी अंक पत्र व प्रमाण-पत्र बनवाए जाने की पुष्टि की गई। न्यायालय के विस्तृत जांच के आदेश पर बीईओ रुद्रपुर ने जांच कर उप शिक्षा अधिकारी गदरपुर की जांच आख्या से सहमति जताई गई। बीईओ के जांच आख्या में हेमराज को दोषी पाया गया। फिर जुलाई में उसे अपना पक्ष रखने की नोटिस जारी की गई पर कोई जवाब नहीं दिया गया। इस पर सेवा बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई।