रुद्रपुर। फर्जी ऐप के माध्यम से फर्जी यूपीआई किए जाने के प्रकरण का कोतवाली पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने फर्जी भुगतान करने वाले सहित गिरोह के तीन सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से मोबाइल, फर्जी स्कैनर बनाने वाले उपकरण भी बरामद हुए है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।
सीओ सदर निहारिका तोमर ने बताया कि मैसर्स अरोरा कनफैक्शनरी के स्वामी अनिल अरोरा ने मुकदमा दर्ज करवाया था। छह सितंबर को दुकान पर एक अज्ञात व्यक्ति आता है और 6500 रुपये का सामान खरीदता है। इसी दौरान आरोपी ने फर्जी ऐप के माध्यम से यूपीआई स्कैनर से भुगतान का मैसेज दिखा कर चला गया।
कार्य में व्यस्त होने के कारण उसने जब मैसेज देखा तो कोई भी भुगतान नहीं हुआ। सीसीटीवी में कैद आरोपी की वीडियो वायरल हुई तो पता चला कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा महेंद्र किराना स्टोर गोल मार्केट के स्वामी मंदीप सिंह नागपाल को भी 9000 रुपये, राजू किराना स्टोर के स्वामी राजीव कुमार बठला को 5000 रुपये, मैसर्स केक एंड वेक्स घासमंडी आदर्श कॉलोनी के स्वामी प्रवीण कुमार अनेजा को 7800 रुपये का फर्जी भुगतान किया।
ऐसे में फर्जी ऐप व्यक्ति ने दुकानदारों को 28300 रुपये की धोखाधड़ी की थी। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस तफ्तीश कर ही रही थी कि शनिवार की शाम को सूचना मिली कि चार संदिग्ध किच्छा हाईवे स्थित निर्माणाधीन बाईपास मार्ग पर देखे गए हैं। सूचना के आधार पर एसएसआई अशोक कुमार, एसएस आई दीपक कौशिक, आदर्श कॉलोनी चौकी प्रभारी संदीप पिलखवाल सहित पुलिस टीम ने घेराबंदी कर चार आरोपियों को दबोच लिया।
जिसमें फर्जी यूपीआई करने वाला मंजीत सिंह, माल खरीदने वाला फरमान, अभिषेक और बख्शीश सिंह ने बार कोड ऐप मुहैया कराने वाले को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से नकदी, फर्जी ऐप बनाने के लिए लैपटॉप सहित बेचा गया माल भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।