प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों के लिए भाजपा के 55 नेताओं ने खम ठोकी है। चुनाव संचालन समिति की बैठक में इन नामों का पैनल तैयार कर केंद्रीय नेतृत्व को भेजने का निर्णय हुआ। इनमें धामी सरकार के कुछ मंत्री, पार्टी के विधायक, पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद शामिल हैं।
पार्टी मुख्यालय में हुई चुनाव संचालन समिति की बैठक में उन सभी नामों पर विचार हुआ जो प्रदेश नेतृत्व को प्राप्त हुए और पर्यवेक्षकों ने सौंपे। सूत्रों के मुताबिक, 29 फरवरी को केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक है, जिसमें उत्तराखंड की पांच में से दो सीटों पर प्रत्याशी घोषित हो सकते हैं।
बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, चुनाव संचालन समिति में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम के साथ प्रदेश चुनाव समिति के सदस्यों, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों के नामों पर विस्तार से चर्चा की।
इस दौरान सभी लोकसभा सीटों पर संभावित उम्मीदवारों को लेकर भेजे गए पार्टी पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जिसमें स्थानीय कार्यकर्ताओं की राय, सामाजिक संतुलन और रणनीतिक दृष्टि से विचार विमर्श कर केंद्र को भेजे जाने वाले नामों को फाइनल किया गया।
उन्होंने कहा कि लोकसभा सीटों के लिए न्यूनतम पांच और अधिकतम नौ नामों के पैनल को अंतिम रूप दिया गया। इस तरह राज्य की पांचों सीटों पर कुल 55 नामों को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि शीघ्र ही पार्टी की केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड इन नामों पर विचार कर लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा करेगा।
बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट, राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष राज्यसभा सांसद, नरेश बंसल राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, अजय टम्टा, कल्पना सैनी, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सतपाल महाराज, प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार समेत कई सदस्य शामिल हुए।