उत्तराखंड में एमबीबीएस की फीस कम करने को कैबिनेट में प्रस्ताव लाने की तैयारी।

उत्तराखंड के राजकीय मेडिकल कालेजों में जल्द ही एमबीबीएस की फीस कम होगी। इसको लेकर आगामी कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा।

यूपी उत्तराखंड भाजपा में चुनाव पूर्व मचेगी भगदड़, यूपी के चार मंत्री प्रियंका के सम्पर्क में-…

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसकी बड़ी शुरुआत उत्तराखंड से हुई।

यूपी विधानसभा चुनाव : प्रियंका गांधी की बढ़ती सक्रियता से सपा-कांग्रेस में गठबंधन के बन रहे हालात।

मीडिया ग्रुप, 12 अक्टूबर, 2021 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों ने अपने सियासी अभियान भी तेज कर दिए हैं। लखीमपुर हिंसा से कांग्रेस को सियासी संजीवनी मिली तो प्रियंका गांधी सूबे में चिमटा गाड़…

कोयला कमी से बिजली संकट, कई राज्यों की बिगड़ते हालात पर केंद्र को चेतावनी, नागरिकों को बिजली खपत में…

राजस्थान में भी कोयला की भारी कमी बताई जा रही हैं। राजस्थान में भी कोयला की कमी के चलते बिजली संकट पैदा हो रहा है।

आयकर अधिकारियों ने बरामद की 142 करोड़ की नगदी, अलमारियों में ठसाठस भर कर रखी गई ।

अलमारियों में ठसाठस भरे नोट भर कर रखे गये थे। आप और हम तो शायद कागज या किताबें भी इस तरीके से दबा दबाकर नहीं रखते।

उत्तराखंड हाई कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश के रूपमें न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा ने ली शपथ।

उत्तराखंड हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा ने सोमवार को वरिष्ठ न्यायाधीश के रूपमें शपथ ली।

उत्तराखंड : भाजपा छोड़ कांग्रेस ज्वाईन करने वाले कैबिनेट मंत्री को कांग्रेस में दिखने लगा लोकतंत्र और…

भाजपा छोड़कर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने वाले नेता सावधान हो जाएं। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक सवाल पूछेंगे।

ऊधमसिंह नगर : रुद्रपुर में विधुत कटौती को लेकर व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन।

विद्युत विभाग द्वारा शहर में घंटों की जा रही कटौती के खिलाफ आज व्यापारियों ने नवोदय विद्यालय के पास स्थित पावर हाउस पहुंचकर हंगामा काटा और धरना दिया।

प्रियंका गांधी का बेरोजगारी और दमनकारी नीति पर तीखा हमला, मंत्री के इस्तीफे तक आंदोलन जारी रखने का…

जो प्रधानमंत्री लखनऊ आ सकते थे आजादी के प्रदर्शन को देखने के लिए, वो दो घंटे की दूरी पर लखीमपुर नहीं जा सकते थे उन किसानों के आंसू पोंछने के लिए।