रुद्रपुर। द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मीना देउपा की अदालत ने वर्ष 2010 में काशीपुर क्षेत्र में युवक की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पिता-पुत्र समेत तीन आरोपियों को दोषी करार दिया है। अदालत ने तीनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 60-60 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। एडीजीसी ने बताया कि ग्राम काशीपुर निवासी बलवीर सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि 13 जुलाई 2010 को वह और उनके भाई अमरजीत सिंह, गुरमेज सिंह, जसवीर सिंह अपने खेत में जुताई कर रहे थे।
इस दौरान ईश्वर सिंह, मलकीत सिंह और सुरजीत सिंह अपने बेटे कुलदीप सिंह के साथ देसी बंदूक और तमंचा लेकर वहां पहुंचे। अमरजीत के नाम के बनाए पट्टे को खाली करने की बात कहकर चारों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान जसवीर सिंह के सिर पर गोली लगने से उनकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, 10 अगस्त 2018 को आरोपी ईश्वर सिंह की मौत हो गई। मामले की सुनवाई द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मीना देउपा की अदालत में हुई। इस दौरान एडीजीसी ने अदालत के सामने 12 गवाह पेश किए। अदालत ने सुरजीत सिंह, कुलदीप सिंह और मलकीत सिंह को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई।