मीडिया ग्रुप, 25 नवंबर, 2021
रूद्रपुर। नजूल भूमि के अध्यादेश को राजभवन से वापिस लौटा दिये जाने का बाद एक बार फिर से नजूल की समस्या का हल होता नजर नही आ रहा है लेकिन सरकार और नेताओं द्वारा बार बार नजूल भूमि पर आश्वासनों से लोगों में असमंजस की स्थिति बन रही है कि क्या वास्तव में उन्हें नजूल भूमि पर मालिकाना हक मिल भी पायेगा या नहीं।
नजूल भूमि के अध्यादेश को चुनाव से पहले राजभवन से लौटाये जाने के बाद आज इस मामले को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं देवभूमि व्यापार मण्डल के अध्यक्ष विकास शर्मा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर बात की।
उन्होंने मुख्यमंत्री धामी को बताया कि नजूल भूमि के अध्यादेश को राजभवन से लोटाये जाने के बाद शहर में नजूल भूमि पर बसे हजारों लोगों में एक बार फिर निराशा का माहौल है। उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले यह मुद्दा हल नहीं हुआ तो पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है। जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चुनाव से पहले नजूल भूमि के मुद्दे का समाधान हर हाल में किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि अध्यादेश जिन कमियों के कारण राजभवन से वापस किया गया है उन कमियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दे दिये गये हैं। जल्द ही कमियां दूर कर पुनः अध्यादेश को राजभवन भेजा जायेगा। अगर इसमें कोई विलम्ब हुआ तो सरकार आगामी विधानसभा सत्र में इस इसे स्वीकृत करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नजूल भूमि पर बसे लोगों को मालिकाना हक चुनाव से पहले दिलाना उनकी प्राथमिकता है। भाजपा नेता विकास शर्मा द्वारा नजूल भूमि पर मालिकाना हक देने के मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद देखना होगा कि नजूल भूमि और स्थानीय नेताओं के बार बार दिये जा रहे बयान कितने सच साबित होते है या फिर इस बार भी यह एक और आश्वासन ही रह जाता है।