रुद्रपुर। मनरेगा में रुद्रपुर ब्लाक के फिरोजपुर ग्राम पंचायत में बड़ी अनयिमितता मिली है। कच्ची सड़क निर्माण में 15 मनरेगा श्रमिक काम कर रहे हैं और नेशनल मोबाइल मानिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) पर 31 श्रमिकों की ऑनलाइन हाजिरी लगाई जा रही है। बारिश के बीच चल रहे कार्य पर लोकपाल डा. भूपेंद्र गंगवार के निरीक्षण में मामला उजागर हुआ। मौके पर ग्राम सचिव, प्रधान, रोजगार सेवक और नहीं मेट ही मिले।
रुद्रपुर ब्लाॅक के ग्राम पंचायत फिरोजपुर में पुलिया से लेकर जालम के खेत तक संपर्क मार्ग का निर्माण चल रहा है। मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्य का लोकपाल ने औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान कार्यस्थल पर 15 श्रमिक उपस्थित थे। इनमें से चार श्रमिक अपनी मां और पत्नी की जगह काम करने आए थे। मौके पर केवल मार्ग के ऊपर की घास छिलकर महज खानापूर्ति की जा रही थी।
कार्यस्थल पर मनरेगा मेट, रोजगार सेवक, ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत विकास अधिकारी उपस्थित नहीं थे। मौके पर कोई ऐसा जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिला, जिसकी देखरेख में कार्य कराया जा रहा हो। पूछने पर पता चला कि एक दिन पूर्व भी इन्हीं श्रमिक श्रमिकों ने काम किया था।
इधर ग्राम पंचायत 15 श्रमिकों के बदले लगातार 31 श्रमिकों की ऑनलाइन हाजिरी लगा रही है। मौके पर श्रमिकों से नंबर लेकर लोकपाल ने मेट से बात की और मौके पर आने के लिए कहा। मेट ने बताया कि वह अपने पिता को दवा दिलाने पीलीभीत गया है। ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक को सूचना दिए जाने के बाद भी मौके पर कोई नहीं आया। इसके चलते लोकपाल को कोई कागजात नहीं मिल पाया।
लगातार बारिश में भी ऑनलाइन हाजिरी लगाए जाने पर शक होने पर फिरोजपुर की जांच की गई। इसमें मौके पर केवल 15 श्रमिक ही काम करते मिले। इसमें चार लोग पत्नी व मां की जगह काम कर रहे थे। मौके पर कोई जिम्मेदार नहीं मिला। ऐसे अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहीं ऐसा मामला हो तो ग्रामीण सूचना दें।
– डा. भूपेंद्र गंगवार, लोकपाल मनरेगा