मीडिया ग्रुप, 03 अक्टूबर, 2022
मौसम बदलने और बारिश होने के कारण ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया है। ऊंचाई वाले स्थानों में मौसम खराब होने के बाद लगातार बर्फबारी हो रही है।
हेमकुंड साहिब में भी मौसम खराब होने से शनिवार को बर्फबारी हुई है जिसके बाद रविवार को मौसम खुला तो हेमकुंड साहिब का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आया।
15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब में दो इंच तक बर्फ जमी हुई है। यहां आए यात्री और पर्यटक इस खूबसूरत नजारा को देख अभिभूत हो रहे हैं।
ऊंची पहाड़ियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ चुकी है। रात के समय यहां का तापमान शून्य से नीचे पहुंच रहा है। सिख श्रद्धालु कड़ाके की ठंड में पवित्र सरोवर में डुबकी लगा रहे हैं।
यहां ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। यात्रा भी निरंतर जारी है। गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि 22 मई को हेमकुंड के कपाट खुले थे। हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्तूबर को बंद होंगे।
अभी तक दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दो लाख 17 हजार से ऊपर पहुंच गई है। अगले नौ दिन यात्रियों की संख्या में तेजी आ सकती है। वहीं, शनिवार देर शाम को केदारनाथ क्षेत्र में भी तेज बारिश हुई।
लगभग पांच घंटे तक हुई बारिश के साथ ही रविवार तड़के दुग्ध गंगा, वासुकीताल, चोराबाड़ी क्षेत्र की पहाड़ियों पर जमकर बर्फबारी हुई।
मौसम के चलते केदारनाथ में सुबह और शाम को ठंड़ बढ़ गई है। रविवार को यहां सुबह से मौसम साफ रहा और पूरे दिनभर धूप खिली रही। लेकिन शीत हवाओं का प्रकोप बना रहा।
वहीं, भारी बर्फबारी के बाद चोराबाड़ी क्षेत्र में रविवार सुबह करीब छह बजे फिर से हिमस्खलन हुआ जिससे काफी देर तक बर्फ का गुबार फैला रहा। क्षेत्र में बीते नौ दिनों में यह तीसरा मौका है जब ग्लेशियर टूटा है।