मीडिया ग्रुप, 01 अक्टूबर, 2022
गुजरात विधानसभा चुनावों में अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सूरत और भावनगर में रोड शो किया और नई परियोजनाओं और विकास कार्यों की शुरुआत की। पीएम मोदी ने अपने दो दिन के दौरे में तोहफों का पिटारा खोल दिया।
इस दौरान पीएम मोदी ट्रेन में सफर करते भी नजर आए और जनता के दिल की बात जानने की भी कोशिश की। कभी गरबा कार्यक्रम में शिरकत की तो कभी नेशनल गेम्स के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंच गए। सड़कों पर रोड शो किया तो जनता को भी संबोधित किया।
नवरात्रि के पावन मौके पर मां अंबा का आशीर्वाद लेना भी प्रधानमंत्री नहीं भूले। इसके साथ ही देश के लोगों की सेवा करने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
2014 के बाद से गुजरात में और साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सरकारों के कार्यों का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने पिछली सरकारों को जमकर निशाने पर भी लिया।
प्रधानमंत्री ने सूरत और भावनगर में अपने संबोधन में राज्य के लोगों को “डबल इंजन” सरकारों के लाभों की याद दिलाया।
पीएम मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर आए। 29 सितंबर की दोपहर में ‘डायमंड सिटी’ सूरत पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने शहर में लोगों की एक विशाल सभा को संबोधित करने से पहले 2.5 किमी लंबे रोड शो किया।
जिसके बाद 30 सितबंर यानी शुक्रवार की शाम को अंबाजी में 7200 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बहनों को अपनी रसोई चलाने में समस्या ना हो, इसलिए सरकार ने मुफ्त राशन की योजना को आगे बढ़ा दिया है।
देश के 80 करोड़ से अधिक साथियों को राहत देने वाली इस स्कीम पर केंद्र सरकार करीब-करीब 4 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनासकांठा में अंबाजी मंदिर के दर्शन किए। गुजरात के बनासकांठा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंबाजी मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के बनासकांठा में गब्बर तीर्थ में ‘महाआरती’ में शामिल हुए। कुल मिलाकर कहे तो गुजरात चुनाव के लिए बीजेपी तैयार है और इसकी जिम्मेदारी एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कंधों पर उठाई है।
दो दिनों के गुजरात दौरे के दौरान लोगों को हजारों करोड़ की सौगात दे दी। वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद वो खुद भी ट्रेन में सफर करते दिखें।
गुजरात नरेंद्र मोदी का गढ़ है ऐसे में अपने गढ़ में विरोधियों के हर दांव को फेल करने के लिए खुद मैदान में नरेंद्र मोदी उतर चुके हैं।