मीडिया ग्रुप, 16 सितंबर, 2022
रुद्रपुर। जिला पंचायत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जब जिला पंचायत अध्यक्ष के 25 प्रतिशत बजट खर्च करने के विशेषाधिकार के विरुद्ध जिला पंचायत सदस्य प्रस्ताव ले आए। काफी विरोध के बीच सदस्यों प्रस्ताव पास भी करा लिया।
दूसरी तरफ जिला पंचायत सदस्य हरदेव सिंह ने जिला प्रभारी मंत्री गणेश जोशी की तरफ से जिला योजना में जिला पंचायत को बजट न देने पर आक्रोश प्रकट किया। इतने पर बात नहीं बनी तो निंदा प्रस्ताव रख दिया। बाद में किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ के हस्तक्षेप के बाद सदस्य निंदा प्रस्ताव न लाने पर मान गए।
सदस्यों ने 14 करोड़ रुपये की देनदारी को लेकर जिला पंचायत को कटघरे में खड़ा किया। कुल 16 प्रस्ताव पास किए गए।
जिला पंचायत बोर्ड की बैठक बुधवार को पूर्वाह्न सवा 11 बजे जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार की अध्यक्षता में शुरू हुई। सदस्यों ने पुराने प्रस्तावों में टेंडर न करने और निर्धारित बजट आवंटित न होने पर आवाज उठाई। सभी का कहना था कि बजट न मिलने से विकास कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।
बैठक में पहली बार आए डीएम युगल किशोर पंत ने कहा कि टेंडर प्रक्रिया पारदर्शी रखी जाए। जिस दिन टेंडर खुले उसी दिन आर्डर जारी किया जाना चाहिए। इसके बाद डीएम आवश्यक बैठक की बात कहकर अध्यक्ष की अनुमति लेकर चले गए। बैठक में नानकमत्ता विधायक गोपाल सिंह राणा भी पहुंचे।
सदस्यों ने मांग रखी कि अधिकारियों की तरफ से विकास कार्यक्रमों को लेकर सकारात्मक जवाब नहीं दिया जाता है। पेयजल निगम की अधिशासी अभियंता मृदुला सिंह ने आश्वस्त किया कि पेयजल से संबंधित जो भी समस्या मिलेगी उनका निस्तारण वह खुद करने का प्रयास करेंगी। जिला पंचायत सदस्यों की तरफ से क्षेत्र की समस्याएं लिखित तौर पर दी गई हैं। अगली बैठक में इन सभी के समाधान की रिपोर्ट ली जाएगी।