मीडिया ग्रुप, 27 जुलाई, 2022
बारिश के मौसम में सांप बिलों से बाहर निकलकर सुरक्षित जगहों पर शरण ले रहे हैं। कभी घर के बाथरूम में घुस जाते हैं तो कभी साइकिल को ठिकाना बना लेते हैं। इस बार एक अजगर ई-रिक्शा में बैठकर ताजमहल के गेट तक पहुंच गया। ताज पूर्वी गेट के पास होटल की पार्किंग में खड़े ई-रिक्शा के बैटरी पैनल में आठ फीट लंबा अजगर घुस गया।
जब ई-रिक्शा चालक ने अजगर को देखा तो उसके होश उड़ गए। आसपास खड़े पर्यटक भी दहशत में आ गए। मौके पर पहुंची वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट ने विशाल अजगर को सावधानी से बाहर निकाला, उसे चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
ताजमहल पूर्वी गेट से महज 200 मीटर की दूरी पर होटल ताज खेमा है। मंगलवार की सुबह होटल की पार्किंग में आगरा विकास प्राधिकरण के ई-रिक्शा में आठ फीट लंबा अजगर घुसते हुए देखा गया। होटल के कर्मचारी ने तुरंत पास ही स्थित वन विभाग को जानकारी दी, जिसके बाद वाइल्डलाइफ एसओएस को सूचित किया गया।
वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट की दो सदस्यीय टीम तुरंत मौके पर पहुंची। टीम ने पाया कि बारिश से आश्रय लेने के प्रयास में अजगर ई-रिक्शा के बैटरी पैनल में घुस गया था। इस ई-रिक्शा का उपयोग पर्यटकों को ताजमहल तक लाने ले जाने के लिए किया जाता है। गनीमत रही कि उस वक्त ई-रिक्शा पर कोई पर्यटक सवार नहीं था।
वाइल्डलाइफ एसओएस टीम ने ई-रिक्शा का बैटरी पैनल खोला। विशालकाय अजगर को सावधानीपूर्वक पकड़ने के लिए टीम ने पहले बैटरी को बाहर निकाला। रेस्क्यू टीम ने बताया कि चिकित्सकीय निगरानी में रखने के बाद अजगर को वापस प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाएगा।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि अजगर जहरीले नहीं होते, लेकिन उन्हें अत्यधिक सावधानी के साथ पकड़ना चाहिए। क्योंकि खतरा महसूस होने पर वे काट सकते हैं। हमारी टीम सावधानी के साथ ऐसे संवेदनशील ऑपरेशन को संभालने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित है।
वाइल्डलाइफ एसओएस के डायरेक्टर कंजर्वेशन प्रोजेक्ट्स बैजूराज एम.वी ने कहा कि बारिश की शुरुआत के साथ शहरी क्षेत्रों में सांपों की संख्या में काफी वृद्धि होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सरीसृप आश्रय के लिए सूखी और ठंडी जगहों की तलाश में बाहर आते हैं। होटल के कर्मचारियों ने ई-रिक्शा में अजगर होने की सूचना दी थी। इस पर अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया गया।