मीडिया ग्रुप, 12 जुलाई, 2022
कहते है उम्र से बुढ़ापे का पता चलता है, लेकिन हम कहते है उम्र तो केवल एक संख्या है जिसे खुद भारत की 94 साल की भगवानी देवी ने साबित करके दिखाया है। जिस उम्र में लोग भागना तो दुर चल तक नहीं पाते वहीं भगवानी देवी ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिससे दुनिया भर में देश का नाम रौशन हो रहा है। बता दें कि उन्होंने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सीनियर सिटीजन कैटिगरी में 100 मीटर रेस का गोल्ड जीता है।
यहीं नहीं उन्होंने शॉटपुट में भी रजत पदक हासिल किया है। फिनलैंड के टेम्परे में वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 94 साल की दादी ने 100 मीटर स्प्रिंट इवेंट में कमाल दिखाया है। उन्होंने 24.74 सेकंड के समय के साथ गोल्ड मेडल देश के नाम किया वहीं शॉटपुट में रजत पदक अपनी झोली में डाला।
दोनों हाथों से देश का तिरंगा पकड़े और सिने पर मेडल पहने 94 साल की भगवानी देवी की तस्वीरें काफी तेजी से वायरल हो रही है। जो कोई भी इस तस्वीर को देख रहा है वह काफी ज्यादा हैरान हो रहा है। मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स ने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट पर उनकी तस्वीर पोस्ट की है और लिखा है भारत की 94 वर्षीय भगवानी देवी ने एकबार फिर बतला दिया है कि उम्र तो सिर्फ संख्या है। उन्होंने गोल्ड और और ब्रॉन्ज मेडल जीता। वाकई में साहसिक प्रदर्शन।