मीडिया ग्रुप, 08 जून, 2022
उत्तराखंड। हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रावास में भोजन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को बालक छात्रावास के छात्रों ने एक्सपायरी डेट की खाद्य पदार्थ से तैयार भोजन परोसने का आरोप लगाते खरीखोटी सुनाई। उन्होंने कैंटीन में बन रहे भोजन खाने से इनकार कर दिया।
बुधवार को भी इंजीनियरिंग कॉलेज में भोजन को लेकर बवाल हो गया। छात्रों ने स्टोर में रखे चावल, आटा, तेल, दाल, मसाला नमक, समेत खाद्य पदार्थ के एक्सपायर होने की शिकायत करते हुए संस्थान के उप कुलसचिव और चीफ वार्डन, कैंटीन संचालक के प्रतिनिधियों को भी मौके पर बुलाया।
छात्र क्षितिज शर्मा, हर्षवर्द्धन, विश्व प्रताप, निखिल, अनिश, सचिन चौहान, विनय रमोला, सत्यम राणा, केशव आदि ने बताया कि 80 छात्र छात्रावास में रहते हैं। आठ छात्र घटिया भोजन खाने के कारण बीमार हो गए हैं, जिन्हें परिजन अपने घर ले गए हैं। भोजन की गुणवत्ता ठीक न होने से कई अन्य छात्रों के पेट में दर्द हो रहा है। कॉलेज प्रबंधन तंत्र और कैंटीन संचालक से कई बार शिकायत करने पर भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
छात्रों की शिकायत पर स्थानीय विधायक ने मौके पर पहुंचकर समस्याएं सुनी। कहा कि छात्रावास में एक्सपायरी डेट के खाद्य पदार्थ से बना भोजन छात्रों को दिया जाना गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल, सचिव रविनाथ रमन और डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव से फोन बात कर तत्काल कार्रवाई करने को कहा।
उन्होंने कहा कि आज बृहस्पतिवार को भागीरथीपुरम में कॉलेज प्रबंधन में छात्र-छात्राओं और प्रशासन के साथ बैठक की जाएगी। उप कुलसचिव ने बताया कि वैकल्पिक तौर पर छात्रों के खाने की व्यवस्था दूसरी कैंटीन में कर दी गई है।