मीडिया ग्रुप, 02 जून, 2022
गुजरात। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल गुरुवार की सुबह अहमदाबाद में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली। उन्हें पार्टी के वरिष्ठ नेता सीआर पाटिल ने सदस्यता दिलाई। भाजपा में शामिल होने से पहले हार्दिक पटेल ने गोपूजा की और आशीर्वाद लिया। पिछली 18 मई को कांग्रेस पार्टी को छोड़ने के बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे भाजपा में जाएंगे।
कांग्रेस पार्टी में गुजरात के कार्यकारी अध्यक्ष रहे हार्दिक पटेल 2015 में पाटीदार आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आए थे। उस समय देशभर में उनकी काफी चर्चा हुई थी। इसके बाद 2019 में वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और काफी कम उम्र में ही पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बना दिए गए थे।
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। पटेल ने कांग्रेस छोड़ने से पहले पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में दावा किया था कि पार्टी ने देश में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर केवल ‘‘एक अवरोधक की भूमिका निभाई’’ है और वह ‘‘हर चीज का केवल विरोध करने तक ही सिमट गई’’ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कभी कटु आलोचक रहे पूर्व कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने गुरुवार को भाजपा में शामिल होने से पहले ट्वीट किया कि वह प्रधानमंत्री के एक ‘‘सिपाही’’ के तौर पर काम करेंगे और एक ‘‘नए अध्याय’’ काे आरंभ करेंगे। उन्होंने लिखा, ‘‘राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूं। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करुंगा।’’
कभी भाजपा के धुर आलोचक रहे पटेल के खिलाफ गुजरात की तत्कालीन भाजपा सरकार ने राजद्रोह सहित कई आरोपों में मामले दर्ज किए थे। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124 (ए), 121 (ए) तथा 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया था और वह 2016 से जमानत पर हैं। भाजपा सरकार ने भी हाल ही में 2015 के पाटीदार आरक्षण आंदोलन के संबंध में हार्दिक पटेल और अन्य के खिलाफ दर्ज कई मामलों को वापस लेने के लिए कदम उठाए हैं।