मीडिया ग्रुप, 30 मई, 2022
दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है। सत्येंद्र जैन के पास वर्तमान में उर्जा मंत्रालय, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य है। उनकी गिरफ्तारी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है। एक तरफ सरकार के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष केजरीवाल की ‘ईमानदार सरकार’ पर सवाल खड़े कर रहा है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता स्थित कंपनी से जुड़े हवाला की लेन-देन के एक मामले में उन्हें गिरफ्तार किया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ 8 साल से एक फर्जी केस चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अभी तक कई बार ईडी बुला चुकी है। बीच में कई साल ईडी ने बुलाना भी बंद कर दिया था, क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं। अब फिर शुरू कर दिया, क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं। हिमाचल में भाजपा बुरी तरह से हार रही है। इसीलिए सत्येंद्र जैन को आज गिरफ्तार किया गया है ताकि वो हिमाचल न जा सकें। वे कुछ दिनों में छूट जाएँगे क्योंकि केस बिलकुल फर्जी है।
आप विधायक दिलीप पांडेय ने ट्वीट किया कि भाजपाई एजेंसियों को दर्जनों बार पूछताछ करने के बाद भी कुछ नहीं मिला। फर्जी कहानियां गढ़ने वाले भाजपा के तोता-मैना ईडी को पता है कि जिन कंपनियों पर आरोप हैं, उनके सत्येंद्र जैन से कोई संबंध नहीं हैं। वजह एक और स्पष्ट है कि भाजपा को हिमाचल में जमीन खिसकती दिख रही है, इसलिए केस खोला है।
प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को हवाला के एक मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को बुलाया था। पूछताछ के बाद उन्हें वहीं पर गिरफ्तार कर लिया गया है। यह मामला कोलकाता स्थित कंपनी के पैसे के लेन देन से जुड़ा है जिसमें आरोप है कि हवाला का इस्तेमाल किया गया है।
आप सांसद संजय सिंह ने भी भाजपा पर सरकारी एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आने वाले चुनाव के कारण ऐसा कर रही है। चुनाव आते ही भाजपा इस तरह के खेल खेलती रहती है। इसमें नया कुछ नहीं है। आम आदमी पार्टी को दबाने की साजिश है।