मीडिया ग्रुप, 03 मई, 2022
खटीमा। जमौर गांव निवासी राजमिस्त्री मोहम्मद आरिफ की जंगल में गला रेतकर हत्या कर कर दी गई। उसका शव सुरई वन रेंज के साइफन चौकी के पास पड़ा मिला। उसके भाई ने दोस्त पर ही हत्या करने का आरोप लगाया है। सीओ ने हत्याकांड के खुलासे के लिए चार पुलिस टीमें गठित की हैं।
सोमवार की सुबह वन कर्मियों ने शव पड़ा देखा तो इसकी सूचना सत्रहमील पुलिस चौकी को दी। चौकी प्रभारी विजय कुमार फोर्स लेकर घटनास्थल पहुंचे। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने शव का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया तो उसकी पहचान मोहम्मद आरिफ (30) पुत्र अब्दुल के रूप में हुई। इसके बाद परिजन घटनास्थल पहुंचे।
सीओ बीएस भंडारी, कोतवाल नरेश चौहान और एसएसआई देवेंद्र गौरव ने भी घटनास्थल का मौका मुआयना किया। परिजनों ने बताया कि आरिफ रविवार की रात नौ बजे बाइक लेकर घर से निकला था। तब उसे मना किया गया था लेकिन वह नहीं माना। सीओ बीएस भंडारी ने कहा कि हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
आरिफ तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और अविवाहित था। उससे छोटा भाई ताहिर और सबसे छोटा राशिद है। ताहिर हल्द्वानी वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड के पद कार्यरत है। तीन बहनों में से दो का विवाह हो चुका है।
पिता की पहले में ही मौत हो चुकी है। आरिफ पांच साल सऊदी अरब में रहा था। सात महीने पहले ही घर आया था। यहां वह राजमिस्त्री का काम करता था। राशिद ने तहरीर में आरोप लगाया है कि गांव के ही एक युवक के साथ उसका भाई आरिफ अपनी बाइक से घूमता देखा गया था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा।
राशिद के अनुसार उसके भाई ताहिर ने दो साल पहले दूसरे समुदाय की युवती से प्रेम विवाह किया था। दोस्त इसी को लेकर रंजिश रखता था लेकिन उन्होंने इस रंजिश को हमेशा दरकिनार किया था।
सुरई जंगल में हत्या कर फेंके गए राजमिस्त्री के शव से करीब सात किमी की दूरी पर देवहा नदी के पुल के नीचे बाइक फेंकी गई थी। पुलिस ने बाइक बरामद कर ली है लेकिन आरिफ का मोबाइल अब तक नहीं मिला है।