मीडिया ग्रुप, 17 अप्रैल, 2022
काशीपुर। उत्तराखंड और यूपी के सीमावर्ती गांवों में आग लगने से दोनों राज्यों के किसानों का कई एकड़ गेंहू जल गया। किसानों ने ट्रैक्टरों से फायर लाइन खींचकर आग को फैलने से रोका। लेखपालों ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित किसानों की नष्ट हुई फसल का आंकलन किया। इसकी रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को भेज दी गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे सबसे पहले काशीपुर तहसील के ग्राम कटैया निवासी किसान त्रिलोक सिंह के रजपुरा स्थित खेत से आग की लपटें उठती दिखीं। देखते ही देखते आग ने कई खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को चपेट में ले लिया। आग फैलकर नहर पार यूपी के ग्राम चौखंडी लोहर्रा मिलक तक जा पहुंची।
आग फैलने की सूचना पर खेत स्वामी और उनके परिजनों समेत ग्राम चौखंडी, लोहिया पुल और चक लौहर्रा आदि गांवों के किसान अपने ट्रैक्टर व हैरो लेकर मौके पर पहुंच गए। किसानों ने ट्रैक्टरों से फायर लाइन खींचकर आग को फैलने से रोका।
लगभग दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसानों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। आग से ग्राम कटैया निवासी त्रिलोक सिंह के साढ़े छह एकड़ गेहूं की फसल, जगदेव सिंह की आठ एकड़, कुलवंत सिंह, अंग्रेज सिंह और उनकी मां गुरदेव कौर की साढ़े छह एकड़ गेहूं की फसल जल गई।
तहसील के लेखपालों ने अपने-अपने क्षेत्रों में आग से हुए नुकसान का जायजा लिया। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
वहीं गदरपुर में अज्ञात कारणों से लगी आग से खेत में भूसा बनाने के लिए छोड़ी गई पांच एकड़ गेहूं की नरई जलकर राख हो गई। शनिवार शाम करीब चार बजे ग्राम रामजीवनपुर नंबर-एक में भूसा बनाने के लिए छोड़ी गई गेहूं की नरई में आग लग गई। आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड का वाहन मौके पर पहुंचा और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब तक आग ने रामजीवनपुर निवासी सईद अहमद, शकील अहमद, अकील अहमद, शफीक अहमद एवं शौकीन अहमद की करीब पांच एकड़ गेहूं की नरई को जलाकर राख कर दिया।
किसानों को हजारों रुपये की क्षति होने का अनुमान है। फायर ब्रिगेड के यूनिट प्रभारी वीरेंद्र कुमार मौर्य, सिपाही गोविंद मनराल, श्याम प्रकाश, दीपक सामंत, कमलेश उप्रेती एवं होमगार्ड दीपक शर्मा आदि ने आग बुझाई।