मीडिया ग्रुप, 05 मार्च, 2022
रुद्रपुर। यह सोच कर बड़ा अजीब लगता हैं कि आज भी एक सभ्य समाज में बाल विवाह जैसी कुरीति जिन्दा हैं। आज भी कहीं न कहीं बाल विवाह की खबरें सुनने को मिलती रहती है। इस कुरीति को रोकने के लिए जहां कानून अपना काम कर रहा है, वहीं बाल विवाह की रोक थाम के लिए जागरूकता भी बहुत आवश्यक है। एक एनजीओ के कार्यकर्ताओं द्वारा इस जागरूकता का परिचय देते हुए किच्छा में 13 वर्षीय कक्षा 8 की नाबालिग बच्ची का पुलिस की मदद से बाल विवाह रुकवाने का सराहनीय कार्य किया है।
सामाजिक संस्था कुमाऊँ सेवा समिति चाइल्ड लाइन द्वारा जिला बाल कल्याण समिति व किच्छा पुलिस द्वारा सूचना मिलने पर नाबालिग बालिका का विवाह रुकवा दिया गया। मामले की जानकारी देते हुए चाइल्ड लाइन केंद्र समन्वयक शायरा बानो ने बताया कि सूचना देने वाले व्यक्ति ने चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098 पर फोन कर जानकारी दी थी।
सूचना मिली थी कि ग्राम बण्डिया तहसील किच्छा में एक नाबालिग बालिका जिसकी उम्र लगभग 14 वर्ष है का 4 मार्च 2022 की दोपहर को उसके परिजनों द्वारा विवाह कराया जा रहा है। उन्होंने बताया सूचना मिलने के तत्पश्चात मामले की जानकारी जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रेमलता सिंह को दी गई।
सूचना पर समिति अध्यक्ष ने किच्छा पुलिस को इस सन्दर्भ में जानकारी दी व वैवाहिक स्थल पर पहुँचने को कहा। चाइल्ड लाइन टीम व किच्छा पुलिस जब बालिका के घर पहुँची तो वहाँ पर बारात आने की पूर्ण तैयारी पहले से हो चुकी थी। मण्डप सज चुका था मेहमानों के खाने की पूर्ण व्यवस्था हो चुकी थी। सर्वप्रथम टीम द्वारा परिजनों से बालिका की उम्र की पुष्टि की गई।
जांच के दौरान मार्कशीट के अनुसार बालिका की उम्र 13 वर्ष पाई गई। बालिका कक्षा 8 की छात्रा है । पुलिस व चाइल्ड लाइन टीम ने बालिका एवं उसके परिजनों की काउंसलिंग कर बालिका की शादी बालिग होने के बाद करने को कहा। जिस पर बालिका की माँ द्वारा बताया गया कि पारिवारिक स्थिति दयनीय होने, पिता के द्वारा आये दिन शराब पीकर घर मे झगड़ा करने व कानूनी जानकारी न होने के कारण वह कर्जा ले कर ये शादी कर रहे थे। साथ ही बालिका के परिजनों के द्वारा लिखित में दिया गया कि अब वह बालिका के बालिग होने तक उसकी शादी नही करेंगे।
शायरा द्वारा केस की पूर्ण जानकारी जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रेमलता सिंह व सदस्य पुष्पा पानू को दी गई। इस दौरान चाइल्ड लाइन केंद्र टीम सदस्य नन्दनी वर्मा, अंशुल कपूर , सब इंस्पेक्टर बबीता टम्टा, कॉन्स्टेबल रामेश्वर सिंह, पूर्व ग्राम प्रधान दलीप सिंह विष्ट, बीडीसी सदस्य रवि शर्मा, बालिका उसके परिजन व रिश्तेदार आदि मौजूद थे।