मीडिया ग्रुप, 19 फरवरी, 2022
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 14 फरवरी 2022 को संपन्न हो चुके हैं, अब मतगणना 10 मार्च 2022 को होनी है। चुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा प्रत्याशियों की ओर से भितरघात कर उन्हें हराए जाने के आरोप लगाता लगाए जा रहे हैं जिससे ऐसा लगता है कि भाजपा के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है।
यहीं कारण है कि उत्तराखंड भाजपा में विधायक प्रत्याशियों के आरोपों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा प्रत्याशी विधायक संजय गुप्ता से लेकर कैलाश गहतोड़ी तक ने भितरघात के आरोप लगाए थे। काशीपुर से भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक सिंह चीमा के पिता ने भी भितरघात के आरोप लगाए थे।
अब यमुनोत्री से भाजपा प्रत्याशी विधायक केदार सिंह रावत ने भी पार्टी के नेता पर भितरघात का गंभीर आरोप लगाया है। केदार सिंह रावत ने कहा कि वह जल्द इस मसले पर पार्टी के आला नेताओं से शिकायत करेंगे। चुनाव से ठीक पहले भी केदार सिंह रावत के खिलाफ भाजपा प्रदेश कार्यालय में कुछ लोगों ने प्रदर्शन भी किया था। तब भी केदार सिंह रावत ने प्रदर्शन के लिए पार्टी के ही नेता पर आरोप लगाए थे।
हालांकि तब उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया था। अब चुनाव निपटने के बाद केदार सिंह रावत ने फिर से अपने आरोपों को दोहराया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में उनको हराने के लिए प्रदेश के एक नेता ने खूब जोर लगाया और पार्टी के खिलाफ काम किया।