मीडिया ग्रुप, 16 फरवरी, 2022
गदरपुर। तराई किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सलविंदर सिंह कलसी पर रास्ते के विवाद कों लेकर कुछ लोगों द्वारा जानलेवा हमला गंभीर रूपसे घायल कर दिया है। विवाद रास्ते कों लेकर बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार न्यायालय स्थगन आदेश होने के बावजूद एक पक्ष ने रास्ते पर किए जा रहे जबरन निर्माण का विरोध करने पर स्कूल संचालक, उसके साथी और आया को ईट, पत्थर और सरियों से प्रहार कर घायल कर दिया। तीनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल कराया गया जहां उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम बलखेड़ा निवासी तराई किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सलविंदर सिंह कलसी का वार्ड नंबर 11 में न्यू रिलायंस पब्लिक स्कूल के नाम से विद्यालय है। कई वर्ष पूर्व सलविंदर सिंह ने विद्यालय के पास में ही रास्ते सहित एक भूखंड खरीदा था। जिसको लेकर ग्राम बराखेड़ा निवासी प्रथम गिलहोत्रा के साथ विवाद चल रहा था।
आरोप है कि मामला न्यायालय में विचाराधीन था और सलविंदर सिंह को इस समय स्थगन आदेश भी मिला हुआ था। बीती 14 फरवरी को प्रथम गिलहोत्रा पक्ष द्वारा उक्त रास्ते पर अवैध रूप से निर्माण किया जाने लगा जिसकी जानकारी होने पर सोमवार को सलविंदर सिंह कलसी ने मौके पर पहुंचकर आपत्ति दर्ज की तो प्रथम गिलहोत्रा व उसका भाई तनुज गिलहोत्रा गाली गलौज करने लगे। सलविंदर सिंह ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो प्रथम गिलहोत्रा ने अचानक ईट उठाकर सलविंदर सिंह पर हमला बोल दिया जिससे फल स्वरुप ईट उनके मुंह में लगी और उनके दो दांत भी टूट गए।
आरोप है कि इस दौरान बीच बचाव में आए ग्राम मुकुंदपुर निवासी सुरजीत सिंह और विद्यालय की आया पुष्पा पत्नी दिनेश कुमार पर तनुज गिल्हौत्रा ने हमला बोल दिया जिसमें उनको गंभीर चोट आई। हमला करने के बाद हमलावर मौके से भाग निकले। लड़ाई झगड़े की सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां चिकित्सकों ने उनका प्राथमिक उपचार किया और जिला अस्पताल के लिए रेफर किया है।
सलविंदर सिंह कलसी का आरोप है कि न्यायालय से स्थगन आदेश होने के बावजूद गिल्होत्रा पक्ष द्वारा जबरन निर्माण किए जाने की सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस ने पूरे मामले में घोर लापरवाही बरती है जिस कारण हमलावरों ने दुस्साहस दिखाते हुए चुनाव प्रक्रिया के दौरान निर्माण कार्य करने की कोशिश की जिसका विरोध करने पर उन पर जानलेवा हमला किया और न्यायालय के आदेश की अवहेलना भी की है।