उत्तराखंड : पहाड़ों पर बर्फबारी पर्यटकों के लिये जन्नत बनी तो कईयों के लिये मुसीबत।

मीडिया ग्रुप, 25 जनवरी, 2022

उत्तराखंड में पर्यटकों को हिमालय दर्शन सबसे रोमांचक क्षण होता है। सफेद हिम शिखर पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं। ऐसे में जब वह देवभूमि की यात्रा पर हों और बर्फबारी हो तो वह मनोकामना की पूर्ति जैसा हो जाता है। इन दिनों नैनीताल से सीमांत के पिथौरागढ़ तक हिमालय मानों चांदी की सफेद चादर में लिपटा हो। पर्यटक बर्फ में जहां तहां मस्त होकर अठखेलियां कर रहे हैं।

कुमाऊं में रात से ही बारिश और हिमपात का क्रम बना हुआ है। नैनीताल शहर के ऊंचाई वाले हिमालय व्यू, चायनापीक और किलबरी क्षेत्र में सुबह बर्फबारी के बाद शीतलहर चल रही है।

बागेश्वर जिले में कपकोट, ग्वालदम व पिनाथ की पहाडिय़ों समेत आसपास के गांवों में लगातार हिमपात हो रहा है। पिथौरागढ़ में मुनस्यारी में रात से ही हिमपात जारी है। इससे थल मुनस्यारी, दारमा, सोबला-तिदांग और कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बंद हो गए हैं।

कालामुनि, बिटलीधार, बलाती में दो से तीन फीट तक हिमपात हो चुका है। अंतिम भारतीय गांव कुटी में चार फीट से ज्यादा हिमपात हो चुका है। मुनस्यारी में न्यूनतम तापमान माइनस चार डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है।

अल्मोड़ा, रानीखेत के चौबटिया, शीतलाखेत व स्याहीदेवी की चोटियों पर सुबह बर्फबारी हुई। गंगोत्री हाईवे पर सुक्की टॉप से आगे भारी बर्फबारी हुई है। बीआरओ की मशीनरी व करीब 40 मजदूर हाईवे पर से बर्फ हटाने के काम में जुटे हैं, लेकिन रुक-रुककर बर्फ गिरने से हाईवे पर आवाजाही जोखिमभरी है। यहां बीआरओ की ओर से केवल टायरों पर चेन लगे वाहनों को आवागमन की अनुमति दी जा रही है।

बड़कोट जिले में बारिश व बर्फबारी के कारण गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे पर आवाजाही जोखिमभरी बनी हुई है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के 19 मोटर मार्ग पर आवाजाही बंद होने से ग्रामीणों की दुश्वारी बढ़ गई है। हालांकि इन मोटर मार्गों को खोलने के लिए मशीनरी व मजदूर तैनात किए गए हैं।

गंगोत्री हाईवे पर सुक्की टॉप से आगे भारी बर्फबारी हुई है। बीआरओ की मशीनरी व करीब 40 मजदूर हाईवे पर से बर्फ हटाने के काम में जुटे हैं, लेकिन रुक-रुककर बर्फ गिरने से हाईवे पर आवाजाही जोखिमभरी है। यहां बीआरओ की ओर से केवल टायरों पर चेन लगे वाहनों को आवागमन की अनुमति दी जा रही है।

उधर, यमुनोत्री हाईवे पर भी राड़ी टॉप व फूलचट्टी क्षेत्र में आवाजाही जोखिमभरी है। एनएच के राजेश पंत ने बताया कि बर्फबारी वाले इलाके में मशीनों के साथ मजदूर तैनात हैं। बर्फबारी के चलते भटवाड़ी, उत्तरकाशी, बड़कोट, पुरोला में कुल 19 मोटर मार्ग बंद हैं। हालांकि जिला आपदा प्रबंधन विभाग इनके देरशाम तक खुलने की उम्मीद जता रहा है।

बर्फबारी से जनपद के जसपुर पुरोली, हर्षिल मुखबा जांगला, पंयारा झाला, धौंतरी ठंडी कमाद चमियाला, उत्तरकाशी घनसाली, बड़ेथी बनचौरा बद्रगाड़, कुवांकफनोल, जानकीचट्टी से खरसाली, फूलचट्टी जानकीचट्टी, सांकरी जखोल, जखोल फिताड़ी, आराकोट कलीच थुनारा, टिकोची दुचाणु किराणु सिरतोली, चिवां मोण्डा, बरनाली झोटाड़ी, बरनाली माकुड़ी, गमरी गैजाली, आराकोट चिवां तथा नैटवाड़ सेवा हलवारी मोटर मार्ग बंद हैं।