यूपी से ऊधमसिंह नगर को अवैध हथियारों की सप्लाई, पुलिस ने बड़ी संख्या में अवैध तमंचे और कारतूस किये बरामद, पति पत्नी सहित तीन गिरफ्तार।

मीडिया ग्रुप, 14 जनवरी, 2022

उधमसिंह नगर जिले की सीमा समीपवर्ती राज्य उत्तर प्रदेश से लगती है। अपराधी अक्सर उधमसिंह नगर में अपराध करने के बाद यूपी में फरार हो जाते हैं। अवैध हथियारों के साथ ही मादक पदार्थों की तस्करी में भी यूपी से लगने वाली इस सीमा का प्रयोग अक्सर असामाजिक तत्वों द्वारा किया जाता है।

अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं जिससे उधमसिंह नगर पुलिस द्वारा सीमा क्षेत्र पर कड़ी चेकिंग के साथ ही सतकर्ता बरती जा रही है। इसी सतर्कता के चलते पुलिस ने यूपी से उधमसिंह नगर को सप्लाई किए जाने वाले अवैध हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद करने में सफलता हासिल की है।

विधानसभा चुनाव को लेकर ऊधमसिंह नगर पुलिस काफी अलर्ट मोड़ पर है। कानून व्यवस्था को कायम रखने में कोई कोर कसर बाकी नही छोड़ना चाहती जिसके लिये पुलिस लगातार चेकिंग अभियान चला रखा है।

पुलभट्टा पुलिस ने 10 अवैध तमंचे, 22 जिंदा कारतूस, 10 हजार की नगदी समेत तीन मोबाइल फोनों को बरामद किया है। इस मामले में पुलिस ने पति पत्नी व एक अन्य को गिरफ़्तार किया है। मामले का खुलासा एसएसपी ऊधम सिंह नगर दिलीप सिंह कुंवर ने अपने कार्यलय पर किया।

ऊधम सिंह नगर पुलिस इस समय चुनाव में किसी भी तरह की अप्रिय गतिविधियों से निपटने के लिये पूर्ण रूप से मुस्तेद है। इसीक्रम में पुलभट्टा पुलिस बरेली-नदेली बॉर्डर पर चेकिंग कर रही थी। इसी बीच इको कार आती हुई दिखाई दी। जिसे पुलिस द्वारा बैरियर लगाकर रोकने का प्रयास किया तो अचानक ही कार चालक पीछे मुड़ कर भागने का प्रयास करने लगा। जिसके चलते पुलिस को शक हुआ और पुलिस ने कार को पकड़ लिया।

कार के अंदर चालक समेत पति पत्नी  समेत तीन व्यक्ति सवार थे। जिनकी तलाशी लेने पर उनके पास से 10 अवैध तमंचे में 22 जिंदा कारतूस बरामद हुए। हिरासत में लिए चालक ने अपना नाम मतलब खान निवासी वार्ड नंबर 6 मोहल्ला कागर थाना शेरगढ़ बरेली उत्तर प्रदेश बताया है तथा जबकि पति व पत्नी राकेश लाल व गीता देवी पत्नी राकेश कुमार निवासी वार्ड नंबर 01 कस्बा शेरगढ़ बताया है।

पुलिस ने उनके पास से 12 बोर के तीन तमंचे 14 जिंदा कारतूस तथा 315 बोर के तमंचे साथ 8 जिंदा कारतूस समेत  10700 की नगदी, तीन मोबाइल फोन, समेत इको कार को बरामद की है। थानाध्यक्ष राजेश पांडे, उपनिरीक्षक अर्जुन गिरी, उपनिरीक्षक नीमा बोरा, कॉन्स्टेबल ललित कुमार, महेंद्र सिंह, हेमा मेहता, पीआरडी जवान राकेश कुमार आदि शामिल थे।