मीडिया ग्रुप, 20 दिसंबर, 2021
किच्छा। प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर 20 से अधिक झोपड़ियों को इस ठंड के मौसम में तोड़कर 20 परिवारों को बेसहारा छोड़ दिया गया है। प्रशासन का कार्य इस ठंड में लोगों को जहाँ एक ओर रैनबसेरा जैसी योजनाओं के द्वारा ठंड से बचाने का प्रयास किये जाने का प्राविधान है तो वहीं इस ठंड में झोपड़ियों को तोड़ कर 20 परिवारों के मासूम बच्चों को बेसहारा छोड़ दिया गया।
सितारगंज के पूर्व विधायक नारायण पाल ने ग्राम रजपुरा में प्रशासन पर गरीबों की झोपड़ी तोड़ने के खिलाफ आज किच्छा तहसील में ग्रामीणों के साथ सांकेतिक धरना दिया।
इस मौके पर नारायण पाल ने आरोप है कि ग्राम रजपुरा में लगभग बीस परिवार सरकारी जमीन पर झोपड़ी बना कर रह रहे थे। तीन दिन पूर्व राजस्वकर्मियों ने ठंड के मौसम में गरीबों की झोपड़ियों को बिना समय तोड़ दिया। जिससे गरीब परिवार ठंड के मौसम में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।
इस दौरान उन्होंने बच्चों की छात्रवृत्ति का मामला भी उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन बेवजह बच्चों की छात्रवृत्ति को निरस्त कर देता है। उनके विधायक रहते इस मामले में सरलीकरण किया गया था। लेकिन बरी, बरा एवं अजीतपुर के बच्चों को छात्रवृत्ति से वंचित किया जा रहा है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वह आगामी मंगलवार को दोपहर एक बजे दोबारा तहसील में धरना प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर रजनी कुमारी, सुमन, लक्ष्मी, रेखा, लाकेश, कुसुम, हिना, रंजीत आदि मौजूद रहे।