रुद्रपुर। एक कारोबारी की कार का शीशा तोड़कर आठ लाख रुपये उड़ाने वाले टप्पेबाज बेहद पेशेवर निकले। उन्होंने हेलमेट लगाकर न सिर्फ पहचान छिपाई बल्कि बाइकों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई थी। यही नहीं, उन्होंने पुलिस को चकमा देने के मकसद से घटना के बाद बाइकों को विभिन्न जगहों पर घुमाया और संपर्क रास्तों से यूपी की ओर भाग निकले। एक बैंक के सीसीटीवी कैमरों से पुलिस को उम्मीद थी, लेकिन वहां की फुटेज में टप्पेबाजों के चेहरे धुंधले होने से मदद नहीं मिल सकी।
शिमला बहादुर रोड स्थित श्री राम बाजार में कार्यालय संचालित करने वाले विपिन त्यागी ने कोतवाली में अज्ञात टप्पेबाजों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उनका कहना था कि तीन दिसंबर की दोपहर वह अपनी कार से विशाल मेगामार्ट स्थित एयरटेल ऑफिस में किसी कार्य से गए थे। उनके परिचित सुनील शर्मा व उनकी पत्नी ललिता शर्मा आईसीआईसीआई बैंक से आठ लाख रुपये निकालकर लाए थे और नैनीताल रोड पर परशुराम चौक के पास खड़ी कार में दोनों में उनको रुपये दिए थे। उन्होंने अपनी कार में रुपये रख दिए थे और एयरटेल ऑफिस चले गए थे। थोड़ी देर बाद वे कार के पास आए तो सीधे हाथ का शीशा टूटा हुआ था और रुपये चोरी हो गए थे।
पुलिस ने घटना के बाद से ही टप्पेबाजों की तलाश शुरू कर दी थी। टप्पेबाज सिविल लाइंस, डीडी चौक होते हुए आवास विकास और ट्रांजिट कैंप के बाद संपर्क रास्तों से सरहदी बरेली जनपद में चले गए। पेशेवर टप्पेबाजों ने पुलिस को चकमा देने के बाद बाइकों को कई जगहों पर घुमाया था और कहीं पर भी हेलमेट नहीं उतारा था।
पुलिस ने आईसीआईसीआई बैंक के कैमरों की फुटेज जांची तो कैमरों की गुणवत्ता खराब होने के चलते टप्पेबाजों के चेहरे धुंधले दिखे हैं। इस घटना के पीछे हरियाणा में सक्रिय गैंग का हाथ होने का अंदेशा जताया जा रहा है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि इस मामले में कुछ लीड मिली हैं। सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद से टप्पेबाजाें के बारे में पता लगाया जा रहा है।
बाइक सवार बदमाशों के संबंध में कुछ अहम जानकारी मिली है। उस पर पुलिस काम कर रही है। कुछ संदिग्धों से भी पूछताछ की जा रही है, जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। -मणिकांत मिश्रा, एसएसपी