रुद्रपुर। जहां लोग अपने हुनर की बदौलत बेहतर भविष्य की कल्पना को पूर्ण करने में लगाते है। वहीं सोना लेकर फरार हुए आरोपी ने अपने हुनर को धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किया। बताया जा रहा है कि आरोपी आभूषणों को बेहतर कारीगर है और एक साल पहले ही रुद्रपुर आया। जहां उसने आभूषण बनाने की दुकान खोली और एक साल तक कारोबारियों के साथ कार्य भी किया, लेकिन अचानक करोड़ों का सोना लेकर फरार हो जा ना एक सोची समझी साजिश की ओर इशारा करती है।
प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि फरवरी 2023 में देहरादून निवासी शेख मैनुर रुद्रपुर आया था और उसने भगत सिंह चौक पर आभूषण बनाने की दुकान खोली थी। जहां से वह सोने व हीरे के आभूषण बनाने व रिपेयर का कार्य देखता था। बताया जा रहा है कि बंसल ज्वैलर्स से काम पकड़ने के बाद उसने शहर के कई प्रतिष्ठित ज्वैलर्स कारोबारियों से भी संपर्क किया था और एक वर्ष से नियमित कार्य भी कर रहा था।
ऐसे में अप्रैल 2024 को जिस प्रकार आरोपी मैनुर बंसल ज्वैलर्स से 25.64 लाख का सोना लेकर फरार हो गया है। वहीं शहर के ही आठ कारोबारियों से भी आभूषण बनाने का ऑर्डर लेकर बड़ी मात्रा में सोना प्राप्त किया था। ऐसे में आशंका जताई है कि मैनुर ने लाखों नहीं, बल्कि सवा करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है।
यहां आंकड़ा बढ़ने की संभावना भी है, क्योकि इस प्रकरण को ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि प्रकरण के बाद जानकारी मिली है कि आरोपी ने शहर के आठ कारोबारियों से भी ऑर्डर लिया था। जिसकी कीमत सवा करोड़ से अधिक आंकी गई है।
पुलिस ने जल्द खुलासे का आश्वासन दिया था, यदि खुलासा नहीं हुआ, तो बैठक कर रणनीति बनाई जाएंगी। जिस प्रकार आरोपी ने पहले एक साल से कारोबारियों से संपर्क किया और नियमित कार्य भी किया। इससे आशंका जताई जा रही है कि आरोपी षड़यंत्र के तहत ही रूद्रपुर आया होगा और करोड़ों की धोखाधड़ी को अंजाम देकर फरार हो गया।
बंसल ज्वैलर्स शोरूम के मैनेजर ने बताया कि जब रिकॉर्ड में लाखों का गोलमाल निकला, तो सबसे पहले आरोपी की खोली गई दुकान में गए। जहां ताला लगा हुआ था और आधार कार्ड में अंकित स्थाई पता देहरादून जाकर पड़ताल की तो पता चला कि इस नाम का व्यक्ति काफी समय से गायब है। बताया कि पड़ताल में फरार आरोपी कारीगर कोलकाता का बताया जा रहा है। शोरूम प्रबंधन ने अपनी पड़ताल के बाद पुलिस को सारी जानकारी मुहैया करा दी है।