रुद्रपुर। राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईबी) की टीम ने काशीपुर में शराब निर्माता कंपनी का औचक निरीक्षण किया। कंपनी की ओर से चार साल से वेट और सेस जमा नहीं कराया जा रहा था। कंपनी प्रबंधन ने मौके पर ही पांच लाख रुपये जमा कर दिए। टीम ने दस्तावेजों को जब्त कर लिया है।
एडिशनल कमिश्नर राकेश वर्मा के निर्देश डिप्टी कमिश्नर विनय प्रकाश ओझा की अगुवाई में एसआईबी की टीम ने काशीपुर के बाजपुर रोड स्थित शराब बनाने वाली काशीपुर बेयरवेजेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर छापा मारा। टीम ने कंपनी में शराब के स्टॉक की जानकारी एकत्र की। इसके साथ ही कच्चे माल का ब्यौरा भी लिया। टीम ने जरूरी जानकारी लेने के साथ ही कंपनी के दस्तावेज कब्जे में ले लिए।
प्रारंभिक तौर पर कंपनी की ओर से करोड़ों रुपयों का वेट और सेस जमा नहीं करने का मामला पकड़ में आया है। शराब में 12 फीसदी वेट और दो फीसदी सेस देना होता है। 2022 से पहले 20 फीसदी वेट जमा करना पड़ता था। डिप्टी कमिश्नर विनय प्रकाश ने बताया कि कंपनी की ओर से उत्पादों की बिक्री के बावजूद 2018-19 के द्वितीय त्रैमास से टैक्स जमा नहीं किया गया है। दस्तावेजों को जांचने के बाद टैक्स का आंकलन किया जाएगा। टैक्स की यह रकम काफी बड़ी हो सकती है। कंपनी की ओर से पांच लाख रुपये मौके पर जमा कराए गए हैं। टीम में असिस्टेंट कमिश्नर राहुल कांत आर्य, राज्य कर अधिकारी अनिल चौहान मौजूद रहे।