कल्याणकारी योजनाओं से बदला आम आदमी का जीन स्तरः भट्ट

रुद्रपुर। जनसंपर्क अभियान पर निकले भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट का जगह जगह जोरदार स्वागत किया जा रहा है। इस दौरान श्री भट्ट अपनी सादगी से लोगों के बीच अलग छाप छोड़ रहे हैं। साथ ही केन्द्र सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच रखकर देश के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों को मजबूत बनाने की अपील क रहे हैं।

जनसंपर्क अभियान के दौरान केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि देश में पहली बार गरीबों के कल्याण के लिए ऐतिहासिक काम किये गये हैं। आज आम आदमी और गरीब तबके के जीवन स्तर में जो सुधार हुआ है वो पिछले कई दशकों में नहीं हुआ। केन्द्र सरकार ने गरीब तबके के जीवन स्तर को उठाने वाली तमाम योजनाएं लागू की जिसके नतीजे दस साल में धरातल पर नजर आ रहे हैं। केेंद्र की नरेंद्र मोदी भारत सरकार ने अपने आमजन के हित में जो योजनाएं लागू की वो गरीबों के लिए वरदान साबित हुई हैं। केेंद्र की योजनाओं से युवाओं, किसानों, बेरोजगारों, गरीबों और महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव देखने को मिला है।

अजय भट्ट ने कहा कि 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना लागू की। इस योजना का उद्देश्य गरीब और बेघर लोगों को अपना घर बनवाने के लिए आर्थिक सहायता देकर मदद करना है। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से सहायता राशि दी जाती है। यानी पीएम आवास ग्रामीण योजना गांव के लिए और पीएम आवास अर्बन योजना शहरी क्षेत्र के लिए है। ग्रामीण लोगों के लिए मोदी सरकार 1,30,000 और शहरी के लिए 1,20,000 रुपये देती है। इसके अलावा इसमें राज्य सरकारें भी आर्थिक मदद करती है। कुल मिलाकर ये धनराशि 2.50 लाख हो जाती है। इसके अलावा छोटे किसानों को सूदखोरों से बचाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार ने पीएम किसान सम्मान योजना लागू की जिससे छोटे किसानों की जरूरते पूरी हो रही हैं। यह योजना किसानों के हित के लिए बनाई गई है। इस योजना का लाभ देश भर के सभी छोटे किसानों को मिल रहा है। केेंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार सालभर में प्रति किसान 6000 रुपये की आर्थिक मदद करती है। यानी 2-2 हजार रुपये 3 किस्तों में सीधे किसानों के खाते में जाते हैं। इससे किसान को खेती करना आसान हो गया है। इससे पहले कांग्रेस की सरकार ने छोटे किसानों के बारे में कभी ऐसा सोचा तक नहीं था, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों की मुश्किल आसान करने के लिए यह योजना लागू की।

छोटे कारीगरों और शिल्पकारों के हुनर को धार देने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पिछले साल 17 सितंबर 2023 को लागू की गई। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के कारीगरों की क्षमताओं को बढ़ाना है। इस योजना का फायदा बढ़ई, सुनार, मूर्तिकार, कुम्हार, लोहार का काम करने वाले कारीगरों को मिल रहा है। योजना के पहले चरण में एक लाख रुपये तक का कर्ज पांच फीसदी ब्याज पर दिया जाता है। इसके बाद दूसरे चरण में कारीगरों को 2-2 लाख रुपये कर्ज मिलता है। इससे उनके काम करने की न केवल क्षमता बढ़ती है बल्कि बेहतर उपकरण और कच्चे माल की व्यवस्था करने में भी आसानी हो गई है। सुकन्या समृद्धि योजना में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआता की थी। आर्थिक संपन्नता न होने के कारण जो परिवार अपने बच्चों को पढ़ा नहीं सकते, खास तौर पर लड़कियों को, उनकी चिंता दूर करने के लिए सरकार सुकन्या समृद्धि योजना लेकर आई। इस योजना के तहत निवेश कर बेटी की पढ़ाई से लेकर शादी तक के खर्चे के पैसे जोड़ सकते हैं।

इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना ने करोड़ों लोगों को राहत दिलाई है। आम लोगों को महंगे इलाज से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरूआत साल 2018 में की थी। इस योजना के तहत सरकार 5 लाख रुपए तक का मुफ्त ईलाज देती है। मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिये हर परिवार को छत देने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से सहायता राशि दी जाती है। पीएम आवास ग्रामीण योजना गांव के लिए और पीएम आवास अर्बन योजना शहरी क्षेत्र के लिए है। ग्रामीण लोगों के लिए मोदी सरकार 1,30,000 और शहरी के लिए 1,20, 000 रुपये देती है। इसके अलावा इसमें राज्य सरकार भी मदद करती है।

श्री भट्ट ने कहा कि उज्जवला योजना से केन्द्र सरकार ने महिलाओं को लकड़ी के चूल्हे से छुटकारा दिलाया है। यह योजना साल 2016 में देश की महिलाओं की जिदंगी में बदलाव के लिए लाया गया था। इस योजना के तहत बीपीएल कार्ड धारक को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जाता है। सब्सिडी में एक साल में 12 गैस सिलेंडर मिलते हैं।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने भी लाखों लोगों का जीवन बदला है। यह योजना अप्रैल, 2015 में शुरू की गई थी। इस योजना के तहत गैर-कॉर्पाेरेट, गैर-कृषि लघु या सूक्ष्म उद्यम से जुड़े लोगों को 3 कैटेगरी में 10 लाख तक का लोन दिया जाता है। साथ ही बिजनेस बढ़ाने के लिए भी लोन की सुविधा दी जाती है। कुल मिलाकर मोदी सरकार की नीतियों ने गरीब और आम तबके के जीवन स्तर में बड़ा बदलाव लाने का काम किया है