रुद्रपुर। एक संस्थान के काम में मददगार के रूप रखे भाई ने ही अपने भाई को धोखा देकर साथियों के साथ मिलकर लाखों रूपये की नगदी और दो वाहन हड़प लिए। कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दर्ज रिपोर्ट में ग्राम अर्जुन पुर रायपुर निवासी कुलदीप ने कहा है कि वह एक निजी संस्थान में काम करता है। व्यस्तता के कारण उसने अपने भाई मंजीत को काम देखने के लिए रख लिया। संस्थान में उसके नाम ट्रक तथा केंटर है। कुलदीप का आरोप है कि मंजीत अपने साथियों ग्राम रायपुर निवासी अमरीक, अंग्रेज, चरनजीत व जसविन्दर के साथ मिलकर संस्थान में अपना हक जमाने लगा। जिस पर पंचायत में मंजीत द्वारा 3 लाख रूपये देने का समझौता हुआ। लेकिन मंजीत ने रूपये नहीं दिये।
आरोप है कि मंजीत ने उसका ट्रक स्क्रेप में बेच दिया और केंटर भी बेचने की फिराक में है। कुलदीप का आरोप है मंजीत ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर संस्थान के गुड़गांव कार्यालय भेज रूपये संस्थान के खाते में न जमाकर निजी खाते में जमा करा दिये जिसकी धनराशि 4.75 लाख रूपये है। पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।