ऊधमसिंह नगर : 2023 में मर्डर, नशा, फायरिंग की घटनायें रोक पाने में पुलिस रही नाकाम

लेखक- गुरबाज सिंह, विधि संपादक-मीडिया ग्रुप

उधम सिंह नगर। साल 2023 बीत गया। इस साल में जिले में अपराधिक घटनाओं की बात करें तो 2023 के पूरे साल ही बेखौफ अपराधियों का बोलबाला है। मर्डर, नशा तस्करी, फायरिंग, अवैध खनन को लेकर घटनाएं जिले में सामान्य से बात रही।

इस साल जनवरी से दिसंबर तक करीब तीन दर्जन लोगों का अलग अलग घटनाओं में मर्डर कर दिया गया। अगर आंकड़े देखे जाएं तो वर्ष 2021 में 18 हत्याएं, वर्ष 2022 में 31 हत्याएं और वर्ष 2023 के कुल 7 माह (01 जनवरी से 31 जुलाई तक) तक ही 28 निर्ममता पूर्वक हत्याकांड हो गए।

अगस्त में रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप के शिवनगर में घर पर सो रहे पति पत्नी की हत्या कर दी गई। अभी पिछले महीने ही काशीपुर के लक्ष्मीपुर पट्टी क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा अपनी ही दो बेटियों को पीट-पीट कर मार डाला।

अवैध खनन को लेकर फायरिंग तो जिले सामान्य सी बात हो गई है। नशा का कारोबार पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद नही रोका जा सका। मामूली सी कहासुनी के बाद हथियारों का निकलने की भी कई घटनाएं हो गई। अवैध हथियारों का कारोबार खूब फल फूल रहा है, अभी दो दिन पूर्व ही पुलिस द्वारा तमंचे बनाने की फैक्ट्री का खुलासा कर बड़ी संख्या तमंचे और उसको बनाने के औजार बरामद किए है जो बताते है कि जिले में अवैध हथियारों का कारोबार फल फूल रहा है।

बेखौफ अपराधियों के लिए ऊधम सिंह नगर अपराध का गढ़ बन चुका है। पुलिस ने इन मामले में तेजी से छानबीन करते हुए आरोपियों की धरपकड़ की है जिसमें पुलिस ने कई मामलों का खुलासा भी कर दिया है। पुलिस पूरा साल घटना होने के बाद इन वारदातों का खुलासा कर अपनी पीठ थपथपा दिखती रही लेकिन पुलिस इन अपराधों पर रोक लगा पाने पूरी तरह से असफल रही।

पुलिस आंकड़ों में भले ही पिछले वर्षो के मुकाबले अपराधों का कम होना दिखा कर खुश होती रहे लेकिन यह बात भी किसी से छिपी नहीं है कि पुलिस थाने अब पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज न कर समझौता केंद्र के रूप में कार्य करती ज्यादा नजर आती है।