रुद्रपुर। सिडकुल में बिस्किट कंपनी के हड़ताली ठेका श्रमिक आंदोलन के तीसरे दिन भड़क गए। उन्होंने मांगों पर सुनवाई नहीं करने और नए श्रमिकों की भर्ती करने पर हंगामा कर दिया जिससे प्रबंधन के हाथपांव फूल गए।
सूचना पर पहुंची पुलिस फोर्स ने कंपनी गेट के सामने सड़क पर खड़े श्रमिकों को हटाया। सीओ सिटी और महिला श्रमिकों के बीच तकरार भी हुई।
श्रमिकों के ठेकेदार ने नियमानुसार वेतन और सुविधाएं देने की बात रखी और वेतन कम देने के आरोपों को नकार दिया।
सिडकुल के सेक्टर-1 में स्थित बिस्किट बनाने वाली कंपनी के ठेका श्रमिक वेतन वृद्धि की मांग को लेकर शनिवार को तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। इस दौरान कंपनी गेट पर नए श्रमिकों की भर्ती का नोटिस देखकर वह भड़क गए।
कुछ श्रमिकों ने कंपनी में श्रमिकों को ला रही बसों को रोकने की कोशिश की। बड़ी संख्या में श्रमिक कंपनी गेट पर हंगामा करने लगे।
सूचना पर सीओ सिटी अनुषा बडोला सहित फोर्स मौके पर पहुंची और श्रमिकों को कंपनी गेट के सामने से हटा दिया। इस दौरान श्रमिकों के लगाए बैनर को पुलिसकर्मियों ने हटाया तो महिलाओं ने विरोध कर दिया।
इस पर उनकी सीओ से तकरार हो गई। सीओ ने महिलाओं को समझा बुझाकर शांत किया और समस्याएं सुनने के साथ ही ठेकेदार को बुलाया।
ठेकेदार सतीश गुप्ता ने बताया कि श्रमिकों को नियमानुसार न्यूनतम वेतन उनके खातों में दिया जा रहा है। एक महीने में 26 ड्यूटी को लेकर दिक्कत थी और सुलझा लिया है।
श्रमिकों को 26 दिन की ड्यूटी देने का प्रयास करेंगे। वेतन बढ़ाने का अधिकार हमारे हाथ में नहीं है। दूसरे कंपनियों की तुलना में सबसे ज्यादा 20 फीसदी बोनस देते हैं। श्रमिकों ने चलते हुए प्लांट को छोड़ा था और सात टन बिस्किट बर्बाद कर दिया।
मामले को सुलझाने की कोशिश हो रही है। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि एहतियातन कंपनी गेट पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है। श्रमिकों को कंपनी के सामने से हटाया जाएगा। संवाद