बाजार में बिक रही हैं असली के नाम पर नकली दवाइयां, इन तरीकों से करें उनकी वास्तविकता की जांच

मीडिया ग्रुप, 10 अगस्त, 2023

किसी प्रकार की गंभीर बीमारी होने पर हम डॉक्टर के पास जाते हैं। डॉक्टर हमारी बीमारी की जांच करने के बाद उसके ठीक होने के लिए दवा लिखता है। उन दवाओं को हम मेडिकल स्टोर से खरीदते हैं। वहीं अगर हम आपसे कहें कि देश में कई जगहों पर असली के नाम पर नकली दवाइयां बेची जा रही हैं?

ऐसे में आप क्या कहेंगे। इन नकली दवाओं का सेवन करने से आपके शरीर में कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ऐसे में अगर आप भी मेडिकल स्टोर से दवाओं को खरीदने जा रहे हैं। इस स्थिति में आपको सावधान हो जाने की जरूरत है।

आपकी जरा सी लापरवाही एक बड़े नुकसान की वजह बन सकती है। इसी कड़ी में आज हम इस खबर के माध्यम से उन तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप असली और नकली दवाओं की पहचान कर सकते हैं।

आपको इस बारे में पता होना चाहिए जो असली दवाएं होती हैं। उन पर एक खास तरह का यूनिक कोड प्रिंट किया जाता है। इस कोड में दवा की मैन्युफैक्चरिंग से लेकर पूरी सप्लाई चेन की जानकारी होती है।

इस कारण आप जब मेडिकल स्टोर पर अपनी दवाओं को खरीद रहे हैं। ऐसे में उस दौरान दवाओं पर बने क्यूआर कोड को स्कैन जरूर करें। इससे आपको दवाओं के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। स्कैन करके आप दवा की वास्तविकता के बारे में पता कर सकते हैं।

किसी भी मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने के बाद उसको अपने डॉक्टर को जरूर दिखाएं। आपका डॉक्टर दवा देखने के बाद इस बारे में आसानी से पता लगा लेगा कि दवा असली है या नकली। इसके अलावा आपको दवा उन्हीं मेडिकल स्टोर से खरीदनी चाहिए जो लंबे समय से दवाओं की बिक्री करते आ रहे हैं।

दवा को खरीदते समय इस बात का ध्यान जरूर दें कि उसकी पैकेजिंग कैसे की गई है? अगर दवा की पैकिंग ठीक ढंग से नहीं की गई है। ऐसे में इस बात की बड़ी संभावना है कि दवा नकली है।