मीडिया ग्रुप, 31 दिसंबर, 2022
डिजिटल दुनिया में ऑनलाइन पेमेंट करना जितना आसान और सुविधाजनक है उतना ही जोखिम भरा भी है। साइबर ठग नए-नए पैतरों और जालसाजी से लोगों को निशाना बना रहे हैं। कभी दिवाली गिफ्ट के नाम पर तो कभी 5जी सेवा के नाम पर साइबर फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं। अब साइबर गिरोह ने ठगी का एक नया तरीका इजाद किया है। ठग साइट ब्लॉक का मैसेज दिखाकर जालसाजी कर रहे हैं। यदि आपको भी इंटरनेट इस्तेमाल करते समय कोई वेबसाइट ओपन करने के दौरान साइट ब्लॉक का मैसेज दिखाई देता है तो आपको सावधान होने की जरूरत है।
दरअसल, साइबर गिरोह द्वारा वेबसाइट खोलते समय मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन पर, “आपकी डिवाइस को प्रतिबंधित साइटों पर जाने के कारण ब्लॉक कर दिया गया हैं”, जैसे मैसेज को भेजा जाता है और फिर डिवाइस को अनब्लॉक करने के नाम पर ऑनलाइन भुगतान करने के लिए कहा जाता है।
हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें सीबीआई/ एनआईए/ सीआरपीएफ या पुलिस की वेबसाइट पर इस तरह के मैसेज आए है और जिसमें ऑनलाइन जुर्माना भरने की बात कही गई है। ऐसे किसी भी मैसेज को अनदेखा करें और किसी भी प्रकार से पेमेंट न करें। यह साइबर ठगी का नया तरीका है।
ऐसे रहें सावधान –
- किसी भी साइबर ठगी से बचने का सबसे आसान रास्ता है, कि आप किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- याद रखें कि गूगल डिवाइस को किसी भी साइट से अनब्लॉक करने के लिए भुगतान करने के लिए नहीं कहता है।
- किसी से भी अपनी बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी व एटीएम का पासवर्ड शेयर न करें।
- फ्री गिफ्ट देने का वादा करने वाले कॉल से सतर्क रहें और उन्हें कोई भी जानकारी और ओटीपी न दें।
- अगर कोई आपके खाते की ऑनलाइन केवाईसी के लिए कॉल करता है तो उसे अनदेखा करें।
- सोशल मीडिया या इंटरनेट पर किसी भी अनचाहे ई-मेल, एसएमएस या मैसेज में आए अटैचमेंट या लिंक को न खोलें।
- ईमेल, वेबसाइट और अज्ञात ई-मेल भेजने वालों के स्पेलिंग एक बार जरूर चेक कर लें। क्योंकि ठग मिलती-जुलती स्पेलिंग से ठगी करते हैं। अपने पासवर्ड नियमित रूप से बदलते रहें।